कोलकाता: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज कहा कि हुगली स्थित तारकेश्वर मंदिर की धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘‘ आश्वासन’’ के बाद इस मामले में उन्होंने अदालत जाने का विचार छोड़ दिया है।
राज्य सभा सांसद ने दावा किया, “मैं यहां राजनीतिक दौरे पर नहीं था मैं तारकेश्वर मंदिर विवाद को लेकर ममता बनर्जी से मिलने आया था। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से कोई भी तारकेश्वर मंदिर या राज्य के किसी भी मंदिर की धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेगा।”
स्वामी ने मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि सिर्फ मंदिर का न्यास बोर्ड ही मंदिर के धार्मिक गतिविधियों को देखेगा।
जून, 2017 को तब यह विवाद उत्पन्न हो गया था जब मुख्यमंत्री ने राज्य शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम को तारकेश्वर विकास बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया था, जिसका गठन करीब 300 साल पुराने मंदिर की देखरेख के लिए किया गया था।