अमेजन प्राइम की विवादास्पद वेब सीरीज तांडव को लेकर टेंशन बढ़ती ही जा रही हैं। वेब सीरीज के खिलाफ 6 शहरों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं यूपी पुलिस भी इस मामले में जांच के लिए मुंबई पहुंच गई है। इस बीच महराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का बड़ा बयान सामने आया है। देशमुख ने तांडव के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं। देशमुख ने कहा कि हमें तांडव के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इस मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही केंद्र के खेमे में बाॅल डालते हुए देशमुख ने कहा कि केंद्र को OTT प्लेटफाॅर्म (over-the-top) को लेकर कानून बनाना चाहिए।
तांडव वेब सीरीज को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूपी से लेकर महाराष्ट्र और एमपी तक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच निर्माताओं से पूछताछ करने लखनऊ पुलिस की टीम मुंबई पहुंची है। वहीं बीजेपी सैफ अली खान के घर प्रदर्शन का ऐलान किया है। जिसके बाद मुंबई पुलिस ने सैफ के घर और अमेजन प्राइम के बाॅम्बे कुर्ला काॅम्पलेक्स स्थित आॅफिस की सुरक्षा बढ़ा दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लखनऊ पुलिस के इंस्पेक्टर अनिल सिंह के नेतृत्व में चार चार सदस्यीय टीम मुम्बई पहुंची है। जहां वेब सीरीज के निर्माताओं और कलाकारों से आज पूछताछ करेगी। लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में तांडव वेब सीरीज को लेकर एफआईआर दर्ज कराया गया था। लखनऊ पुलिस आरोपियों के बयान लेने के बाद तय करेगी कि आगे क्या कार्रवाई करनी है।
इस मामले में डायरेक्टर अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम की ओरिजनल कन्टेंट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी।
भाजपा नेता राम कदम ने सैफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि
सैफ अली खानजी वेब सिरीज़ तांडव की स्क्रिप्ट सुनते वक़्त वेब सीरीज में देवी देवताओं , हिन्दू धर्म का अपमान जनक शब्दों व दृश्यों का हिस्सा भी आपके सामने आया । तब आपने खामोशी क्यों रखी , क्यों नही निर्माताओ को रोका , क्या आप का भी सीरीज में दिखाए गए अपमान जनक दृश्यों, डायलॉग को समर्थन था , यदि विरोध था तो आपने समाज बाटने वाले लोगो के साथ काम क्यों किया ।
केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा है कि
तांडव बेब सिरीज़ के निर्माता निर्देशक और कलाकार समाजिक समरसता एकता को बिगाड़ने हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुँचाने के अपराधी हैं कठोर क़ानूनी कार्यवाही की जायेग