नई दिल्ली। जीवन में पानी का महत्व बताने के लिए अक्सर एक कहावत कही जाती है कि, 'दुनिया में अगर तीसरा विश्व युद्ध होगा तो पानी के लिए होगा'। यह कहावत अपने आप बता रही है कि दुनियाभर में पानी को लेकर किस तरह की मारामारी है और दुनिया में हर प्राण के लिए पानी का कितना महत्व है। अगर इस कहावत से भी किसी को जीवन में पानी का महत्व समझ नहीं आए तो इन तस्वीरों को देख लीजिए।
यह तस्वीरें तमिलनाडु की हैं, जहां कावेरी नदी में बरसात के पहले पानी के आने का स्वागत किया गया था। सूखी कावेरी नदी में जब बरसात का पहला पानी आया तो महिलाओं ने दंडवत झुककर उस पानी को नमन किया। भारत सरकार के क्लीन गंगा मिशन 'नमामी गंगे' ने अपने आधिकारिक ट्विटर हेंडल से इन तस्वीरों को शेयर किया है। ट्वीट में यह भी कहा गया है कि, 'कावेरी नदी सिर्फ़ संस्कृति का एक प्रमुख हिस्सा ही नहीं, यह तमिलनाडु और कर्नाटक के लाखों किसानों की आजीविका का साधन भी है।'
ये तस्वीरें हालांकि इस साल की नहीं हैं लेकिन मानव जीवन में पानी का महत्व बताने और पानी की बचत तथा उसका सम्मान करने का स्पष्ट संदेश देती हैं।
देशभर में इस समय मामसून का सीजन चल रहा है और पूरे देश में सालभर में बरसने वाले कुल पानी का अधिकतर हिस्सा मानसून सीजन में ही बरसता है। पश्चिम और मध्य भारत में सालभर में जितनी बरसात होती है उसका लगभग 90 प्रतिशत पानी मानसून सीजन में ही आसमान से बरसता है जबकि दक्षिण और उत्तर पश्चिम भारत में सालभर में होने वाली बारिश का 50-75 प्रतिशत हिस्सा मानसून सीजन में आता है।
मानसून सीजन के दौरान हालांकि देश के अधिकतर हिस्सों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है लेकिन अगर उस पानी का सही प्रबंधन किया जाए तो जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग हो सकता है।