Tuticorin Tamil Nadu: तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में 100 दिनों से ज्यादा समय से वेदांता की स्टरलाइट कॉपर यूनिट को बंद करने की मांग को लेकर हो रहा प्रदर्शन आज हिंसक हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज और गोलीबारी की जिसमें 11 लोग मारे गए हैं और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों में कई पत्रकार भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि संबंधित इकाई की वजह से क्षेत्र में भूजल प्रदूषित हो रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संयंत्र की तरफ बढ़ने से रोके जाने कारण प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और पुलिस के वाहनों को पलट दिया। उन्होंने बताया कि मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार इकाई को सुरक्षा प्रदान करने के लिए क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।
Updates:
- हिंसा पर तमिलनाडु के सीएम पलानीस्वामी का बयान
- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने तूतीकोरिन में हुई हिंसा और पुलिस कार्रवाई की न्यायिक जांच के आदेश दिए।
- कमल हासन की पार्टी मकाल निधि ने तमिलनाडु हिंसा की निंदा की है। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि तूतकोरिन में लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और न्याय की मांग कर रहे थे लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी के कारण यहां हिंसा भड़क उठी।
- रजनीकांत ने लोगों की मौत के लिए तमिलनाडु सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
- डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने पुलिस की गोलीबारी की कड़ी निंदा की है।
क्यों हुआ विवाद?
तूतीकोरिन जिले में स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को बंद करने के लिए लोग 100 दिन से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों ने घोषणा की थी कि वे मंगलवार को वह मार्च करेंगे और तूतीकोरिन के जिलाधिकारी एन वेंकटेश से मुलाकात करेंगे। तय समय पर लेडी ऑफ स्नो चर्च के पास भीड़ इकट्ठा हो गई। इसके अलाना प्रदर्शनकारियों का एक और ग्रुप मदाथुर गांव से रवाना हुआ था। इसके बाद अचानक यह मार्च हिंसक हो गया तो पुलिस ने उन्हें वापस जाने को कहा। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पहले पुलिस ने लाठीचार्ज किया फिर भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैसे के गोले भी छोड़े। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रास्ते में खड़ी गाड़ियों और कई बिल्डिंगों में आग भी लगा दी।
मृतकों के परिवार वालों को 10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी की घोषणा:
तमिलनाडु सरकार ने प्रदर्शन के दौरान मरने वाले लोगों के परिवार वालों को 10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों को तीन लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक आयोग का भी गठन किया है।
देखें वीडियो-
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक स्टरलाइट कॉपर तूतीकोरिन में अभी 400,000 टन प्रतिवर्ष उत्पादन करने वाली एक यूनिट का संचालन कर रही है। इस यूनिट को आवश्यक परमिट प्राप्त हैं और उसने किसी भी मानदंड का उल्लंघन नहीं किया है।