चेन्नई: तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने निपाह वायरस के हमले से कोझिकोड के एक 12 वर्षीय लड़के की मौत के बाद केरल से राज्य पहुंचने वाले लोगों की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी चेक पोस्टों पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए केरल की सीमा से लगे जिलों के जिला कलेक्टरों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए है। इसके अलावा राज्य ने सीमाओं पर पूर्ण चिकित्सा टीमों का भी गठन किया है।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी, थेनी, तेनकासी, नीलगिरी, कोयंबटूर और तिरुपुर के जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि केरल की सीमा से लगे सभी सड़कों पर स्क्रीनिंग टीमों को तैनात किया जाए। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जिन लोगों में बुकार के लक्षण नजर आ रहे हों उनके रक्त के नमूने, गले की सूजन, मूत्र और मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) के नमूने एकत्र करें। केरल से राज्य में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों के तापमान की जांच की जाए और सीमाओं पर चिकित्सा सुविधाओं में बुखार निगरानी क्लीनिक स्थापित किए जाएं।
कोयंबटूर में एक निजी कंपनी के कर्मचारी राजन वारियर ने बताया कि वालयार सीमा पर उनका बुखार टेस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि वालयार सीमा पर पूरी तरह सुविधाओं से लैस एक टीम मौजूद है और वहीं मेरी बुखार की जांच की गई। जिन लोगों में निपाह या ऐसे ही कुछ लक्षण दिखाते हैं, उनके गले की जांच, मूत्र जांच, रक्त नमूना और सीएसएफ जांच की जाती है।
राजन वारियर ने कहा, ‘मैं एक निजी कंपनी का कर्मचारी हूं और सप्ताह में एक बार, मैं अपने दोपहिया वाहन से पलक्कड़ जाता हूं और शनिवार और रविवार की 2 दिन की छुट्टियों के बाद लौटता हूं।’ बता दें कि कोयंबटूर के जिला कलेक्टर जी.एस.समीरन वालयार चेक पोस्ट पर खुद इस जांच व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। (IANS)