नई दिल्ली: तमिलनाडु में कोरोनावायरस से सक्रमित एक 96 वर्षीय पुरुष ने मंगलवार को करूर के एक सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। राज्य सरकार के एक बयान के अनुसार, डिंडीगुल से आए 96 साल के मरीज को 9 अप्रैल को करूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान में यह भी कहा गया है कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी और मंगलवार सुबह 6.40 बजे उनका निधन हो गया।
सोमवार को कोरोना वायरस के 98 और मामले सामने आने के बाद राज्य में इसके कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,173 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। गृह सचिव बीला राजेश ने बताया कि छह अन्य मामले दूसरों के संपर्क में आने से संबंधित है जिनमें डॉक्टर और चिकित्साकर्मी शामिल हैं। राज्य में रविवार को 106 मामले सामने आये थे।
उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम का स्पष्ट संदर्भ देते हुए बताया कि 98 नये मामलों में से 92 ‘एक ही स्रोत’ से जुड़े हुए है। उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया कि राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 12 लोगों की मौत हुई है। राजेश ने बताया कि अब तक 58 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
इस बीच मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कदम चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की अनुशंसा के आधार के पर उठाया गया है। लॉकडाउन के लगातार जारी रहने के मद्देनजर चावल राशन कार्ड धारकों को चावल, तूर दाल, चीनी और खाना पकाने वाले तेल समेत आवश्यक सामग्री मई महीने के लिये भी बिल्कुल मुफ्त मिलेगी।
उन्होंने बताया कि निर्माण एवं असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के परिवारों को दूसरी बार आर्थिक सहायता के तौर पर एक हजार रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को 15 किलो चावल, एक किलो तूर दाल और खाना पकाने वाला तेल मई महीने के लिये भी मिलेगा।
पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार ने चावल राशन कार्ड धारकों, निर्माण श्रमिकों के अलावा अन्य लाभान्वितों को मौजूदा महीने के लिये एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता का प्रस्ताव किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाभान्वितों को राशन की दूकान पर आवश्यक सामग्री नि:शुल्क दी गई है।
पलानीस्वामी ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि लॉकडाउन के दौरान संक्रमण की दर पर अंकुश लगाने में कामयाबी हासिल हुई है और अगर इसमें ढील दी गयी तो संक्रमण के प्रसार में तेजी आ सकती है। तमिलनाडु में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के 1173 मामले हैं।