थेनी: तमिलनाडु के थेनी जिले में कुरांगनी पहाड़ के वन में आज अचानक आग लग जाने से एक पर्वतारोहण प्रशिक्षण शिविर में करीब 25 स्टूडेंट्स फंस गए। अब तक 15 स्टूडेंट्स को बाहर निकाला गया है। रक्षा मंत्री ने बताया कि 10-15 स्टूडेंट्स (बचाए जाने के बाद) पहाड़ से नीचे आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विद्यार्थियों को बचाने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से संपर्क किया था और रक्षा मंत्री थेनी के जिलाधिकारी के संपर्क में हैं। सीतारमण ने कई ट्वीट कर बताया कि कोयंबटूर के समीप वायुसेना के सुलुर अड्डे से दो हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में सहायता पहुंचाने के लिए भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कुरांगनी में 20 स्टूडेंट्स के जंगल में आग में फंसे होने के मुद्दे पर तमिलनाडु के माननीय मुख्यमंत्री के अनुरोध पर हमने वायुसेना को बचाव में मदद का निर्देश दिया है।’’
शाम करीब सात बजे सीतारमण ने ट्वीट किया कि उनकी थेनी के जिलाधिकारी से बात हुई है और उन्होंने बताया कि 10-15 बच्चे पहाड़ से नीचे आ रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी के हवाले से बताया कि एक मेडिकल टीम भी मौके पर भेजी गई है और समीप के चाय बागान के कर्मचारी भी बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं।
यहां अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय जनजातियों और अग्नि एवं बचाव सेवा एवं वनकर्मियों ने 12 छात्रों को बचाया है तथा अन्य को बचाने का प्रयास चल रहा है।
पुलिस के अनुसार कोयंबटूटर और इरोड के विद्यार्थी कुरांगई-कोझुकु पहाड़ी क्षेत्र में प्रशिक्षण ले रहे थे उसी दोरान पूर्वाह्न में अचानक आग लग गई। जिले के पुलिस अधीक्षक वी बास्करण और राजस्व एवं वन अधिकारी फंसे हुए विद्यार्थियों को बचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।