नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को केंद्र सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान का प्रभुत्व भारत के लिए अशुभ संकेत है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हमारे देश के लिए शुभ संकेत नहीं है। यह भारत के खिलाफ चीन-पाक गठजोड़ को मजबूत करेगा। संकेत बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं, हमें अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत है।"
तालिबान ने घोषणा की है कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त हो गया है क्योंकि उसके लड़ाके राजधानी काबुल में घुस गए और राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को देश छोड़कर भाग गए। दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने अल जजीरा को बताया कि समूह अलग-थलग नहीं रहना चाहता और कहा कि अफगानिस्तान में नई सरकार के प्रकार और रूप को जल्द ही स्पष्ट कर दिया जाएगा।
वहीं, कैप्टन अमरिंदर ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान के एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों समेत सभी भारतीयों को निकालने का आग्रह किया है और कहा है कि इसमें उनकी सरकार हर प्रकार की मदद देने के लिए इच्छुक है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर रविवार को तालिबान का कब्जा होने से कुछ ही पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर चले गए और इसके बाद इस मुल्क का भविष्य अनिश्चित हो गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री एस जयशंकर से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों समेत सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिये तत्काल प्रबंध करने का आग्रह करता हूं । मेरी सरकार भारतीयों के सुरक्षित निकास के लिए कोई भी मदद देने की इच्छुक है।’’
इससे पहले शनिवार को शिरोमणि गुरुद्वारा पबंधक कमेटी ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में रह रहे उन सिखों को वापस लाने के लिए प्रबंध करने का आग्रह किया था, जो भारत वापस आना चाहते हैं।