नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर खजुरी खास और दयालपुर थाने में दो FIR दर्ज कराई गई हैं। खजुरी खास थाने में दर्ज कराई गई FIR में AAP के निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन का नाम है। यह FIR दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल संग्राम सिंह ने दर्ज कराई है। FIR में कहा गया है कि हिंसा वाले दिन ताहिर हुसैन के मकान की छत पर काफी सख्या में उपद्रवी इकट्ठा थे, जो पथराव कर रहे थे।
FIR में लिखा गया कि 'मैं (संग्राम सिंह) थाना खजुरी खास में बतौर सिपाही तैनात हूं। तारीख 24 फरवरी को CAA, NRC प्रोटेस्ट के दौरान मेरी और हेड कॉन्स्टेबल विक्रम की ड्यूटी चांद बाग पुलिया, ई ब्लाक, खजुरी खास में लगी थी। तभी शेरपुर चौक की तरफ जाने वाले रास्ते और आसपास की गलियों में काफी भीड़ इकट्ठा होने लगी। उपद्रवी आगजनी और पत्थरबाजी कर रहे थे और निजी व सरकारी सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे थे।
FIR में लिखा गया कि 'भीड़ में से कुछ लोग पथराव और आगजनी के लिए भीड़ को उकसा रहे थे। उस वक्त करीब 2 बजकर 15 मिनट पर चांद बाग की तरफ से और भी लोगों की भीड़ आ गई। उन्होंने भी आगजनी और पथराव शुरू कर दिया। हम अपने स्तर से भीड़ को समझा रहे थे और उन्हें रोकने का प्रयास भी कर रहे थे। लेकिन, वह हमारी बात मानने को तैयार नहीं थे। भीड़ बहुत ज़्यादा होने की वजह से उन्हें काबू करना नामुमकिन था।'
लिखा गया कि 'उपद्रवी हम पर भी पथराव करने लगे। तब हम अपनी जान बचाकर प्रदीप नाम के शख्स की पार्किंग में घुस गए। दो हेड कॉन्स्टेबल गलियों में जान बचाकर भागे। पब्लिक के लोग भी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। मेरी मोटरसाइकिल भी जल गई। हमने प्रदीप की पार्किंग का शटर कुछ लोगों की मदद से गिरा दिया और अंदर 1 फ्लोर पर चले गए। तब उग्र भीड़ ने पार्किंग का शटर तोड़ दिया ओर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी।'
FIR में लिखा गया कि 'प्रदीप की छत पर एक शादी का खाना बन रहा था। प्रदीप की पार्किंग के पास ताहिर हुसेन के मकान की छत पर काफी संख्या में उपद्रवी इकट्ठा थे, जो छत से पार्किंग की तरह पत्थर और आग लगाने वाली चीजें फेक रहे थे। इसकी वजह से शादी का समान भी खराब हो गया। उस भीड़ ने आसपास की दुकान में भी तोडफ़ोड़ की।'