जम्मू: टाडा कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक और छह अन्य के खिलाफ भारतीय वायु सेना के अधिकारी रवि खन्ना के अलावा तीन अन्य लोगों की हत्या के मामले में आरोप तय कर दिए है। 25 जनवरी 1990 को एयरफोर्स अधिकारियों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी जिसमें 5 अधिकारी शहीद हो गए थे इसके बाद इस हमले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। सीबीआई इन सभी के खिलाफ आरोप साबित करने में कामयाब रही थी। टाडा कोर्ट ने मामले में यासीन मलिक के अलावा जावेद अहमद मीर उर्फ नालका, मंजूर अहमद सोफी उर्फ मुश्तफा, नाना जी उर्फ सलीम, अली मुहम्मद मीर, शौकत अहमद बख्शी और जावेद अहमद जरगर पर आरोप तय किए हैं।
इसके अलावा जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में रविवार सुबह सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार अज्ञात आतंकी मारे गए है। केंद्रीय र्जिव पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। मुठभेड़ सुबह 10.40 बजे के आसपास दयालगाम आवासीय इलाके में हुई। एक विशेष गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए जम्मू एवं कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के सुरक्षाकर्मियों के एक दल ने रात में इलाके की घेराबंदी की।
जैसे ही आतंकियों के ठिकाने वाले घर पर सुरक्षाबलों ने धावा बोला, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। दल ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद से मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए। सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा था कि, "रविवार को अनंतनाग के दयालगाम आवसीय इलाके में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए, जिनके शवों को सुरक्षाबलों ने बरामद कर लिया है।" तलाशी अभियान के दौरान घटनास्थल से आतंकवादियों के गोला-बारूद और हथियार भी बरामद किए गए हैं।