नयी दिल्ली: देश भर में गुरुवार तक स्वाइन फ्लू के 2,500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और बीमारी ने कम से कम 77 लोगों की जान ली है। बीमारी से सबसे ज्यादा 56 मौत राजस्थान में हुई हैं। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, स्वाइन फ्लू के 2,572 मामले आएं हैं जिनमें से 1,508 मामले राजस्थान के हैं।
गुजरात दूसरे नंबर पर, दिल्ली में 387 मामले
गुजरात इस मामले में दूसरे नंबर पर है जहां 438 मामले आए हैं। वहीं दिल्ली में 387 मामले आए हैं। हालांकि दिल्ली में अभी तक स्वाइन फ्लू से किसी की मौत नहीं हुई है। हरियाणा में गुरुवार तक 272 मामले आए थे। बीमारी से होने वाली मौतों में वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में राज्यों के साथ बैठक कर उनसे नमूनों की जांच जल्दी करने और अस्पतालों में बिस्तर आरक्षित करने को कहा था। इसबीच दिल्ली सरकार ने भी स्वाइन फ्लू के मद्देनजर लोगों के लिये परामर्श जारी किया है।
क्या है स्वाइन फ्लू, लक्षण और बचने के घरेलू उपाय
स्वाइन फ्लू एक ऐसी संक्रामक बीमारी है जिसकी अनदेखी से कई गंभीर रिजल्ट सामने आ सकते है। स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा-ए वायरस के एक स्ट्रेन के कारण होती है और सुअरों से इंसानों में संचरित होती है। समय पर इलाज नहीं होने पर एच1एन1 घातक भी हो सकता है। जानें इसके लक्षण कारण और उपाय।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
अगर किसी व्यक्ति को खांसी, गले में दर्द, बुखार, सिरदर्द, मतली और उल्टी के लक्षण हैं. स्वाइन फ्लू की जांच करानी चाहिए। इस स्थिति में दवाई केवल चिकित्सक की निगरानी में ही ली जानी चाहिए। स्वाइन फ्लू में खांसी या गले में खरास के साथ बुखार हो सकता है। निदान की पुष्टि आरआरटी या पीसीआर तकनीक से किए गए लैब टैस्ट से होती है
ऐसे करें स्वाइन प्लू से बचाव
फ्लू के शिकार लोगों को आराम करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा से तरल पदार्थ पीना चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह के कोई दवा नहीं लेनी चाहिए। हाथों को कम से कम 45 सेकेंड तक साबुन से धोएं। खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को ढक कर रखें।