नई दिल्ली: आग के हवाले की गई उन्नाव बलात्कार पीड़िता की शुक्रवार की देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दोषियों को एक महीने के भीतर ही फांसी देने की मांग की है। मालीवाल ने कहा कि "मैं उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि इस मामले (उन्नाव बलात्कार मामले) में बलात्कारियों को एक महीने के भीतर फांसी दी जाए।" बता दें कि मालीवाल पिछले पांच दिनों ने राजघाट पर अनशन कर रही हैं।
वहीं, यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि "जिस उन्नाव रेप पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी कलरात दिल्ली में हुई दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक। इस दुःख की घड़ी में बीएसपी पीड़ित परिवार के साथ है। यू.पी. सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाज़ा व जनता की मांग है।"
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि "साथ ही, इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करे तथा केन्द्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुये दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए।"
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को जिंदा जलाए जाने के बाद पीड़िता को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने उसे हवाई अड्डे से सफदरजंग अस्पताल तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाया था। उसे लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया था। जिसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता का इलाज शुरू हुआ। लेकिन, पीड़िता की हालत बहुत गंभीर होने के कारण पीड़िता ने शुक्रवार की देर रात को दम तोड़ दिया।
अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया, ‘‘हमारे बेहतर प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। शाम में उसकी हालत खराब होने लगी। रात 11 बजकर 10 मिनट पर उसे दिल का दौरा पड़ा। हमने बचाने की कोशिश की लेकिन रात 11 बजकर 40 मिनट पर उसकी मौत हो गई।’’ बता दें कि मामले के सभी पांचों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।