
नई दिल्ली: योग गुरु स्वामी रामदेव ने केंद्र सरकार से अपील की कि वो विदेशी खातों जमा काले धन को देश में वापस लाने के प्रयासों में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि देश के लोगों में काले धन के मुद्दे को लेकर काफी ज्यादा हताशा है।
मोदी सरकार के दो साल के प्रदर्शन को परखने के लिए इंडिया टीवी द्वारा आयोजित मेगा कान्क्लेव शो संवाद में स्वामी रामदेव ने कहा, “यह सच है विदेशी खातों में जमा काले धन की राशि जिसे देश में वापस लाया जाना था, वो अभी तक नहीं आया है। यहां पर प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है।”
योग गुरु ने कहा, “जब लोग मुझसे पूछते हैं कि कहां है काला धन, तो मैं उनसे कहता हूं कि मैं सहमत हूं कि काला धन वापस नहीं आ सकता है। देश के लोगों में काले धन के मुद्दे को लेकर काफी हताशा है।”
रामदेव ने कहा, “80 फीसदी काला धन देश में ही है और केवल 10 से 20 फीसदी काला धन ही देश के बाहर है। ब्लैक मनी का अधिकांश हिस्सा खनन क्षेत्र में है, इसके बाद सोना, लैंड, राजनीति और ड्रग्स से जुड़े क्षेत्रों का नाम आता है। अगर हम इन पांच क्षेत्रों में मौजूद काले धन पर अपना नियंत्रण बना लें तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होगा।”
दो साल के दौरान हुई उल्लेखनीय प्रगति के आधार पर मोदी सरकार की तारीफ करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पीएम का लक्ष्य छोटी अवधि के कामों के बजाए लंबी अवधि का फायदा देने वाले कामों पर ज्यादा मालूम पड़ता है।
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि हममे से अधिकांश लोग सहमत होंगे कि नितिन गडकरी ने इन्फ्रास्ट्रक्टर के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है। यहां तक कि सुरेश प्रभु भी बिना किसी विवाद के रेलवे को बेहतर ढंग से संभाल रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बीते दो सालों में भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने नहीं आया है।”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा, मोदी सरकार को बड़ी योजनाओं से जुड़े कुछ कामों में तेजी लाने की जरूरत है। बाबा ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’, और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी योजनाओं की प्रगति में तेजी लाने की जरूरत है। रामदेव ने पीएम मोदी की उस पहल की भी सराहना की जिसमें उन्होंने लोगों से एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की अपील की थी।
रामदेव ने कहा, “लाल बहादुर शास्त्री के बाद, जिसमें लोगों से एक वक्त का खाना छोड़ने की अपील की गई थी, के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब पीएम की अपील पर एक करोड़ लोगों ने अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ दी है।”
उन्होंने आगे कहा कि धर्म और जाति के परे अगर कोई व्यक्ति वहन कर सकता है तो उसे एलपीजी सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ देनी चाहिए।
मोदी जी से पहले जैसी घनिष्ठता अब न रहने की अफवाहों से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए रामदेव ने कहा, “मैं मोदी जी से दो-तीन महीनों में एक बार बात करता हूं, मैं ब्लैक मनी जैसे देश हित से जुड़े मुद्दों पर अक्सर जेटली जी, गडकरी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से सलाह लेता हूं, लेकिन मोदी जी के साथ किसी भी तरह की गलतफहमी नहीं है, मुझे उनसे देश के सबसे सफल प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद है।”
भाजपा की सरकार बनने के बाद से पतंजलि ब्रांड के तेजी से बढ़ने से जुड़े सवाल पर रामदेव ने कहा कि उन्होंने मौजूदा सरकार से किसी भी तरह का सहयोग नहीं लिया है। रामदेव ने कहा, “हां यह सच बात है कि इस सरकार ने हमें परेशान नहीं किया है।”
क्या मोदी जी ने हमारी मदद की है? क्या उन्होंने हमारे लिए किसी भी तरह की ब्रांडिंग की है? लेकिन अगर आपके पास बिजनेस को बेहतर माहौल देने वाली सरकार है, जो आपके संचालन की स्वतंत्रता को ठेस नहीं पहुंचाती है, तो अन्य कंपनियां भी पतंजलि की सफलता का अनुकरण कर सकती हैं।
रामदेव ने आखिर में यह भी कहा कि इस साल के अंत तक वो पतंजलि के डेयरी प्रोडक्ट भी लॉन्च कर देंगे।