रायपुर: छत्तीसगढ़ में 106 वर्षीय स्वच्छता दूत कुंवर बाई का निधन हो गया। उन्होंने बकरियां बेचकर हुई आमदनी से अपने घर में शौचालय का निर्माण कराया था। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि राजधानी रायपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अम्बेडकर अस्पताल में उनका निधन हो गया।
कुंवर बाई तब चर्चा में आईं जब उन्होंने बकरियां बेचकर घर में शौचालय बनवाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो वर्ष पहले कुंवर बाई का चरण स्पर्श कर सम्मान किया था। अधिकारियों ने बताया कि कुंवर बाई की तबीयत बिगड़ने के बाद धमतरी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के प्रयास के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका।
अधिकारियों ने बताया कि वह धमतरी जिले के कोटाभर्री गांव (ग्राम पंचायत-बरारी) की रहने वाली थी। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन से प्रभावित होकर अपने गांव में स्वच्छता के लिए जनजागरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कुंवर बाई ने बकरियां बेचकर इससे हुई आमदनी से अपने घर में शौचालय का निर्माण किया। इसके साथ ही उन्होंने गांव वालों को भी घरों में शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया। उनके गांव के सभी 18 घरों में शौचालय बन गया और यह गांव खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) भी घोषित हो चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। सिंह ने शोक संदेश में कहा है कि कुंवर बाई ने स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए एक अनोखा उदाहरण पेश किया था।