नई दिल्ली: गुजरात के सूरत में एक मासूम लड़की के साथ भी कठुआ की तरह दरिंदगी की हक़ीक़त सामने आ रही है। 9 साल की मासूम का ना सिर्फ यौन उत्पीड़न हुआ बल्कि उसे 8 दिन तक टॉर्चर किया गया और उसे लकड़ियों से पीटा गया। लड़की के शव पर चोट के एक दो नहीं बल्कि 86 निशान मिले हैं। 6 अप्रैल सुबह करीब 6 बजे सूरत के भेस्तान इलाके में झाड़ियों के पास इस लड़की का शव मिला था। (क्या है PM मोदी का फ्री हेल्थ स्कीम आयुष्मान भारत?)
सांई मोहन सोसाइटी के पीछे क्रिकेट ग्राउंड के पास मासूम लड़की के शव को देखकर लोग सन्न रह गये थे। शव की ख़बर मिलते ही पुलिस ने पंचनाम के बाद शव को कब्जे में लिया और फिर पांच घंटे तक लड़की का पोस्टमार्टम चला। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में पता चला कि सूरत की इस मासूम के साथ 8 दिन तक बेरहमी की गई थी। उसके शरीर पर चोटों के 86 निशान मिले। इसके प्राइवेट पार्ट्स को भी लकड़ियों से पीटा गया था। दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी।
इस दर्दनाक वारदात को 8 दिन गुज़र चुके हैं। पुलिस की तफतीश अभी भी जारी है। मगर अब तक पता नहीं चल सका कि सडक के किनारे मिली 9 साल की लड़की कौन है? इसका नाम क्या है और ये कहां के रहने वाली थी? पुलिस स्टेट कंट्रोल रूम को जानकारी देकर, पोस्टर और इश्तेहार देकर लड़की के अपनों का पता लगा रही है। तलाश उस हैवान की भी हो रही है जिसने लड़की के साथ दरिंदगी की। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ़ पॉस्को एक्ट समेत हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
सूरत के लोग सकते में है, वो इस मासूम के लिये भी इंसाफ़ की मांग कर रहे हैं। कठुआ की तरह इस लड़की की ये हक़ीक़त भी बता रही है कि देश में शहर-शहर इंसान के भेस में वहशी दरिंदे घूम रहे हैं, ऐसे अर्धर्मियों को रूह कपकपा देने वाली सज़ा देने की ज़रूरत है जो मासूम बेटियों के लिये सबसे बड़ा खतरा बन गये हैं।