नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता सुप्रिया सुले ने पार्टी में बगावत करने वाले अपने चचेरे भाई अजित पवार को लेकर कहा है कि अजित पवार हमेशा उनके बड़े भाई और वरिष्ठ पार्टी नेता रहेंगे। अजित पवार की बगावत को लेकर सुप्रिया सुले ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं हुए थे और यह उनकी पार्टी और परिवार का आंतरिक मामला है। महाराष्ट्र में पिछले महीने राजनितिक घटनाक्रम तेजी से बदला था और अजित पवार ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा कर उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी, हालांकि बाद में उन्हें उपमुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा और वापस एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ लौटना पड़ा।
शरद पवार ने जब भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो सुप्रिया सुले ने अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल में लिखा था कि पार्टी और परिवार टूट गया। अजित पवार सुप्रिया सुले के चचेरे भाई हैं। ऐसा माना जाता है कि शरद पवार की राजनीतिक विरासत को लेकर उनकी बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजित पवार के बीच खींचतान चल रही है। हालांकि पिछले महीने महाराष्ट्र की राजनीति में जो हलचल हुई थी उसमें अजित पवार के ऊपर सुप्रिया सुले भारी पड़ती हुई नजर आईं थी।
सुप्रिया सुले ने शरद पवार के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें शरद पवार ने कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी के गठबंधन के बदले सुप्रिया सुले को मंत्री पद का ऑफर दिया था। सुप्रिया सुले ने शरद पवार के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी का बड़प्पन है कि उन्हें ऐसा सुझाव दिया, सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि वे इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी की आभारी हैं लेकिन ऐसा हो नहीं सका।