नई दिल्ली: रोहिंग्या शरणार्थियों को देश से बाहर भेजा जायेगा या नहीं इस अहम मुद्दे पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। रोहिंग्या शरणार्थी मुद्दे पर भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि वे गैरकानूनी तौर पर देश में घुसे हैं और देश के लिए खतरा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी रोहिंग्या शरणार्थियों को घुसपैठिया करार दिया है। दो रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों ने केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ जो याचिका दायर की है, सुप्रीम कोर्ट में उस पर आज सुनवाई होनी है। ये भी पढ़ें: राम रहीम की लाडली हनीप्रीत की करतूतों से हटा पर्दा, सहेली ने खोल दिए सारे राज़
इससे पहले 3 अक्टूबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा था कि मामले की सुनवाई में सिर्फ कानूनी पहलू पर ही ध्यान दिया जायेगा। शरणार्थियों की याचिका में सरकार के उस फैसले को चुनौती दी गई है जिसमें भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश के लिए खतरा बताया है और उन्हें म्यामांर वापस भेजने की बात कही है।
रोहिंग्या शरणार्थियों पर सुप्रीम सुनवाई
- रोहिंग्या गैरकानूनी तौर पर देश में घुसे हैं
- वो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं
- रोहिंग्या मुसलमानों के लिए मूलभूत अधिकार नहीं हैं
- भारत स्टेटस ऑफ रिफ्यूजी कन्वेंशन का हिस्सा नहीं है..इसलिए इसे मानने के लिए बाध्य नहीं है
इस बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी रोहिंग्या मुसलमानों को घुसपैठिया करार देते हुए कहा है कि यूपी में उनके कोई जगह नहीं है। इधर सरकार ने बांग्लादेश और म्यांमार के साथ लगी सीमाओं पर सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया है ताकि कोई भी अवैध प्रवासी भारत में न घुस पाये।
एक अनुमान के मुताबिक, फिलहाल देश में करीब 40 हजार रोहिंग्या मुस्लिम हैं। वहीं रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर देश की 51 मशहूर हस्तिओं ने प्रधानमंत्री मोदी को एक खुला खत लिखकर रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार न भेजने की अपील की है।