नई दिल्ली। 10 दिन बाद सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर को लेकर सुनवाई होने जा रही है, राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 4 जनवरी का तारीख सुनिश्चित की है, यह सुनवाई मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई और न्यायधीश एस के कौल की बेंच करेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि भाजपा का मत है कि उच्चतम न्यायालय को राम मंदिर मामले की रोजाना सुनवाई करनी चाहिए ताकि जल्दी फैसला आ सके। जावड़ेकर ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘ हमारी इच्छा है कि इस मामले की रोजाना सुनवाई हो ताकि जल्द फैसला आ सके।’’
उल्लेखनीय है कि हिन्दुवादी संगठन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अदालत के फैसले की प्रतीक्षा किये बिना अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की सरकार से मांग कर रहे है। भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने पिछले महीने अयोध्या में पूर्जा अर्चना का एक कार्यक्रम आयोजित किया था। भाजपा ने अभी तक राम मंदिर के विषय पर कानून लाने के संबंध में अपना रूख साफ नहीं किया है।
वहीं, उच्चतम न्यायालय ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मुद्दे की सुनवाई जनवरी के पहले सप्ताह में तय की है। बहरहाल, जावड़ेकर ने सरकार पर जासूसी करने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस बारे में परिपत्र में कुछ नया नहीं है और यह बात कांग्रेस के समय में ही आ चुकी है ।