नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश के कसौली में महिला अफसर की हत्या के मामले को खुद संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को बेहद गंभीर करार देते हुए कहा कि अगर आप हत्या कर रहे हैं तो हम आदेश जारी करना बंद कर सकते हैं। अब ये मामला कल सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के सामने रखा जाएगा। ये महिला अफसर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही कसौली के होटल में अवैध निर्माण गिराने गई थी। होटल के मालिक पर महिला अफसर की हत्या का आरोप है। हत्या के बाद से होटल मालिक फरार है।
बताया जा रहा है कि जब महिला अफसर शैल बाला ने नारायणी गेस्ट हाउस के मालिक विजय ठाकुर से होटल खाली करने को कहा तो उसने इनकार कर दिया जिसके बाद दोनों में कहासुनी शुरू हो गई। आरोप है कि इसी दौरान नारायणी गेस्ट हाउस के मालिक विजय ठाकुर ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से शैल बाला पर 3 गोलियां दाग दी। 2 गोली शैलबाला को लगीं और उन्होंने मौके पर दम तोड़ दिया जबकि फायरिंग में पीडबल्यूडी का एक कर्मचारी भी घायल हो गया।
जिस वक़्त शैल बाला अपने अधिकारियों के साथ अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर रही थीं तो स्थानीय लोगों ने भी इसका विरोध किया था। पुलिसवालों की मौजूदगी के बावजूद ड्यूटी के दौरान शैल बाला के मर्डर से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में हिमाचल प्रदेश की डीजीपी समेत पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए लेकिन तब तक आरोपी विजय ठाकुर जंगल का फायदा उठाकर फरार हो चुका था। पुलिस ने आरोपी का सुराग देने वाले को एक लाख रुपये के इनाम का भी ऐलान किया है।
दरअसल 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने कसौली के होटलों से अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया था। इसके लिए 12 दिन का वक्त दिया गया था जिसकी मियाद 2 मई यानी आज खत्म हो रही थी। मंगलवार सुबह 38 सदस्यों की 4 टीमें 13 अवैध होटलों को गिराने के लिए धर्मपुर से कसौली गईं थीं। इसी दौरान एक टीम में शामिल असिस्टेंट टाउन एंड कंट्री प्लानिंग अफसर शैल बाला का मर्डर हो गया।
हालांकि स्थानीय लोग और होटल के कारोबार से जुड़े लोग प्रशासन की कार्रवाई को ही ग़लत ठहरा रहे हैं। वहीं लेडी अफसर की हत्या के बाद फरार चल रहे विजय ठाकुर के परिवार का कहना है कि विजय पिछले कई दिनों से परेशान चल रहा था। मुमकिन है प्रशासन की कार्रवाई के बाद उसने अपना आपा खो दिया।