नई दिल्ली: दिल्ली में सीलिंग को लेकर जहां एक तरफ व्यापारी, दुकानदार आज सड़कों पर हैं तो वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर दिल्ली प्राधिकरण बोर्ड (डीडीए) को फटकार लगाई है। कोर्ट ने डीडीए को फटकाल लगाते हुए कहा कि डीडीए को सिर्फ व्यापारियों की चिंता है। डीडीए को आम लोगों की परेशानियों का ख्याल रखना चाहए। इसके साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा कि डीडीए व्यापारियों के दबाव में काम कर रहा है। कोर्ट ने कहा कि डीडीए के लिए सिर्फ कारोबारी मायने रखते हैं। डीडीए को आम लोगों और कारोबारियों के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। पहले आम आदमी के हित में कदम उठाए।
इससे पहले सीलिंग के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने दिल्ली में आज बंद बुलाया है। व्यापारी संगठन के नेताओं ने बताया कि बहुत सारे व्यापारी, उनके परिवार के लोग और कर्मचारी अपनी आजीविका पर हमले को लेकर अपना विरोध जताने के लिए एक बड़ी रैली में हिस्सा लेने की sखातिर यहां के रामलीला मैदान में जमा हुए। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स( सीएआईटी) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, ‘‘ हजारों व्यापारी हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं और शहर के सभी बाजारों में दुकानें बंद हैं।’’ आज की हड़ताल सीएआईटी और ऑल दिल्ली ट्रेडर्स एंड वर्कर्स एसोसियेशन ने बुलायी है। बंद किए गए बाजारों में सदर बाजार, लाजपत नगर, चांदनी चौक, करोल बाग और चावड़ी बाजार शामिल हैं। खंडेलवाल ने कहा कि सीलिंग अभियान से व्यापारियों, उनके कर्मचारियों और परिवार के लोगों सहित40 लाख लोग प्रभावित हुई है। व्यापारी सीलिंग बंद करने के लिए केंद्र से अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार से भी सीलिंग के खिलाफ एक विधेयक पारित करने की मांग की है।