नयी दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की पत्नी के सामान की जांच करने पर कोलकाता हवाईअड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों के कथित उत्पीड़न पर संज्ञान लेते हुए उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को इस मामले पर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने इस कथित घटना को ‘‘बेहद गंभीर’’ भी बताया। पीठ ने कहा, ‘‘किसी व्यक्ति ने किसी चीज की तरफ हमारा ध्यान आकर्षित किया है। यह बहुत बहुत गंभीर है। हम नहीं जानते कि किसके दावे प्रामाणिक हैं।’’
पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक एम सिंघवी की इस दलील को नहीं माना कि याचिका पर नोटिस जारी करने की जरुरत नहीं है।
गौरतलब है कि केंद्र ने 29 मार्च को शीर्ष अदालत को बताया कि कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों को एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने धमकाया और उत्पीड़न किया क्योंकि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद की पत्नी के सामान की जांच की थी, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रिश्तेदार हैं।
केन्द्र ने यह भी आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में ‘‘संस्थागत अव्यवस्था’’ और ‘‘पूरी तरह से अराजकता’’ की स्थिति है।