नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में NDA को मिले ऐतिहासिक बहुमत के बाद इंडिया टीवी ने एक नई पहल करते हुए इस चुनाव में जीते हुए सांसदों को के साथ सवाल जवाब किए। देश के विभिन्न राज्यों से चुनाव जीतकर आए इन सांसदों ने न सिर्फ चुनाव प्रचार के दौरान के अपने अनुभव बताए बल्कि ये भी बताया कि आने वाले 5 सालों में वो अपने क्षेत्रों के विकास के लिए क्या करेंगे। आपको बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 542 में से 303 सीटों पर जीत मिली है। उधर, कांग्रेस ने 52 सीटों पर दर्ज की। कई राज्यों जैसे दिल्ली, हिमाचल, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मुंबई सहित कई राज्यों में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई।
सुमित्रा महाजन, स्पीकर,लोकसभा - सांसद लाखों जनता के प्रतिनिधि होते हैं उन्हें संसद में शांति से बैठना चाहिए। उनसे अच्छे आचरण की भी उम्मीद होती है। संसद में डिबेट, डिसक्शन, डिसीजन बेहद अहम होते हैं। सभी सांसदों को हमेशा संसद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। सुमित्रा महाजन ने यह भी बताया कि 16वीं लोकसभा में राहुल गांधी का पीएम मोदी के गले पड़ना सबको हैरान कर देने कदम था। राहुल गांधी के इस कदम से सभी हैरान रह गए थे।
प्रवेश वर्मा, सांसद, वेस्ट दिल्ली- जनता का प्यार है, जनता का आशीर्वाद है। मोदी सरकार के कामकाज को देखकर हर धर्म, हर जाति के लोगों ने हमे वोट दिया। ऐसा कई बार हुआ कि AAP और कंग्रेस के कार्यकर्ता प्रचार के दौरान मिले और उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ही देश के पीएम होने चाहिए।
रमेश बिधूड़ी, सांसद, साउथ दिल्ली - हम चुनाव नहीं लड़ रहे थे, दिल्ली की जनता चुनाव लड़ रही थी। लोगों ने ठान लिया था कि पीएम नरेंद्र मोदी को ही पीएम बनाना है। हमारे कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार की योजनाओं को जमीन तक पहुंचाया। इस बार भ्रष्टाचार मुद्दा नहीं था। अब पाकिस्तान हरकत करता है तो उसका जवाब दिया जाता है, पहले ऐसे कोई सोचता नहीं था।
प्रो. एसपी सिंह बघेल, सांसद आगरा – भाजपा की तरफ से सांसद बना तो लगा कि राष्ट्र निर्माण के लिए चुना गया हूं वर्ना पहले नाली खड़ंजे का निर्माण ही कराता था। देश आजाद हुआ था 1947 में, गुना आजाद हुआ 23 मई 2019 को। जान प्यारा नहीं है काम प्यार है। उत्तर प्रदेश में जात-पात की दीवार टूट चुकी है। यूपी में इस बार राष्ट्रवाद बनाम परिवारवाद की लड़ाई थी। उत्तर प्रदेश में जात-पात की दीवार टूट चुकी है। यूपी में इस बार राष्ट्रवाद बनाम परिवारवाद की लड़ाई थी। हमारी रगों में रजवाड़े का खून नहीं है। हिन्दुस्तान के हर बूथ पर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट पड़े। इस दौरान बघेल ने सपा पर गुंडागर्दी का भी आरोप लगाया।
हरीश द्विवेदी, सांसद, बस्ती – हम लोगों को पांच सालों के काम पर वोट मिला है। पहली बार लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है। इस चुनाव में गरीबों का वोट बैंक तैयार हुआ है। सारी जातियों के गरीबों का वोट बैंक बना है। गरीबों को सरकार से सुविधाएं मिली हैं, जिसका फायदा हमें इस चुनाव में मिला है।
विजय दुबे, सांसद, कुशीनगर – पांच सालों में कुशीनगर में गरीबों का विकास करना है। अधिकारियों की लापरवाही से पूरा विकास नहीं हुआ है। हमें लोगों ने भारी जन समर्थन दिया है। अब तक एसी कल्चर वाले अब तक जीतते थे, मैं खेत खलिहान में काम करने वाला आम कार्यकर्ता हूं।रक्षा खडसे, सांसद, रावेर - मुझे विश्वास था कि इस बार भी अच्छे मार्जिन से जीतूंगी। लोगों ने विकास के आधार पर मुझपर विश्वास किया। महिला जब निश्चय कर लेती है तो हर काम कर लेती है। परिवार की वजह से काम में सहूलियत होती है।
जगन्नाथ सरकार, सांसद, राणाघाट – पश्चिम बंगाल से चुनकर आए जगन्नाथ सरकार कहते हैं कि ममता विभाजन की राजनीति करती हैं। इस बार पहली बार सबका साथ सबका विकास की बात की गई, जिस वजह से सारे देश ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपार समर्थन दिया।
सौमित्र खान, सांसद, विष्णुपुर - पूरा देश सुरक्षा की मांग कर रहा था लेकिन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को PM की कुर्सी चाहिए थी। ममता सिर्फ भतीजे को आगे बढ़ाना चाहती हैं। सौमित्र ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने नौकरशाहों को पंचायत चुनाव पर आदेश दिया।
हनुमान बेनीवाल, सांसद, नागौर - किसान आंदोलन की शुरुआत मेरे इलाके से हुई। जन आंदोलन से किसान और नौजवान का फायदा हुआ। पीएम मोदी ने देश से गुंडाराज को खत्म कर दिया। हमने अशोक गहलोत की 'जादूगरी' खत्म की, हम दीदी की दादागिरी भी खत्म करेंगे।
संजय सेठ, सांसद, रांची - लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोटिंग की। लोगों ने खुद कहा कि पीएम मोदी ने बहुत काम किया है। लोग पीएम मोदी के काम से प्रभावित थे। इसलिए इस बार खुद लोग इस बार लोग खुद बूथ पर वोटिंग के लिए गए, जबकि पहले कार्यकर्ता लोगों को ले जाते थे।
तीरथ सिंह रावत, सांसद, गढ़वाल - उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है। पुलवामा पर एक्शन से लोग प्रभावित हुए। पीएम मोदी जी ने सेना को फ्री हैंड दिया। हमारे छोटे से राज्य में पीएम मोदी ने कई दौरे किए, इसीलिए चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोटिंग हुई।
सुशील सिंह, सांसद, औरंगाबाद – ये लोकसभा चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के 'कामरूपी चेहरे' पर चुनाव हुआ। उनकी कूटनीति से देश की शक्ति बढ़ी, लोगों ने पीएम मोदी की क्षमता को महसूस किया। मोदी सरकार ने गरीबों के लिए बहुत काम किया, जिस वजह से गरीबों के दिल-दिमाग में मोदी का नाम था।
मुकेश राजपूत, सांसद, फर्रुखाबाद – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बोलते हैं वो करते हैं। साल 2014 का लोकसभा चुनाव मोदी जी के नाम पर हुआ और 2019 का चुनाव मोदी जी के काम पर हुआ। लोगों ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि हम मोदी जी के साथ आप दूसरे इलाके में जाइए।
पुष्पेंद्र चंदेल, सांसद, हमीरपुर – इस लोकसभा चुनाव का परिणाम हवा से नहीं आया। पीएम के काम करने के तरीके से जनता प्रभावित हुई, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बूथ मैनेजमेंट से फायदा औऱ योगी सरकार ने ईमानदारी से काम किया। इसलिए 2014, 2017, 2019 के चुनाव से जनता हमारे साथ रही।