सुंजवान: जम्मू के सैन्य शिविर पर हमला करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के खिलाफ अभियान रविवार को दूसरे दिन जारी रहने के साथ स्थानीय निवासी वहां तैनात पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों को लगातार भोजन और स्नैक्स मुहैया करा रहे हैं। सैनिक कॉलोनी के निवासी वहां डेरा जमाए हुए मीडियाकर्मियों को भी खाना मुहैया करा रहे हैं। स्थानीय निवासी सैकड़ों लोगों को भोजन, चाय, स्नैक्स और पानी दे रहे हैं। इनमें से ज्यादातर सैन्य शिविर के बाहर और मुख्य प्रवेश द्वारा पर तैनात पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के कर्मी तथा मीडियाकर्मी हैं।
इस पहल का नेतृत्व कर रहे संजीव मनमोत्रा ने कहा, ‘हमारी ओर से यह छोटी-सी कोशिश है। हम देश सेवा में योगदान देना चाहते हैं और हमने बाहर तैनात सुरक्षा बलों तथा मीडियाकर्मियों को चाय एवं स्नैक्स देने का फैसला किया।’ उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश का मकसद कश्मीर घाटी के भटके हुए युवाओं को संदेश देना है जो आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान सुरक्षाबलों पर पथराव करते हैं। शिविर पर रविवार तड़के जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के हमले में एक जूनियर कमिशंड अधिकारी (JCO) समेत दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे और 9 अन्य घायल हो गए। सेना ने अब तक 5 हमलावरों को मार गिराया है और उनके पास से हथियार तथा गोला बारुद का जखीरा बरामद किया है। बताया जा रहा है कि अभी भी एक आतंकी के बचे होने की आशंका है और सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।
भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रदेश अध्यक्ष मनमोत्रा ने कहा, ‘वे (सुरक्षाबल) हमारी रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान कर रहे हैं और ये हमारी जिम्मेदारी है कि उनकी हरसंभव मदद की जाए खासतौर से इस तरह की स्थिति में।’ बहरहाल, एक अन्य स्वयंसेवी प्रकाश सिंह जामवाल ने कहा कि मंच का इस पहल कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम एक साथ आगे आए और अपनी जेब से खर्च कर रहे हैं।’ मनमोत्रा ने बताया कि उन्होंने रविवार को 500 लोगों को दोपहर का भोजन, रात का भोजन और स्नैक्स दिया। उन्होंने कहा, ‘हम भारतीय हैं और यह देखने की हमारी जिम्मेदारी है कि ड्यूटी पर रहते हुए हमारे सुरक्षाबल भूखे ना रहे।’ बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता रविवार को इलाके में आए थे और उन्होंने हमले की निंदा करने और सुरक्षाबलों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ‘पाकिस्तान विरोधी’ प्रदर्शन किए।