नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने एक बार फिर बीएसएफ के कैंप पर हमला किया है। ये हमला सुबह करीब सवा चार बजे श्रीनगर एयरपोर्ट के पास बीएसएफ की 182 बटालियन के कैंप पर किया गया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में बीएसएफ के 3 जवान घायल हो गए हैं जबकि एक आतंकवादी के मारे जाने की भी ख़बर है। सूत्रों के मुताबिक 4 से 5 आतंकवादी कैंप में घुसे हैं। सुरक्षाबल के जवान जवाबी कार्रवाई में जुट गये हैं और दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हो रही है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। इस बीच श्रीनगर एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है और सभी फ्लाइट्स रद्द कर दी गयी हैं।
बीएसएफ कैंप के पास के स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। वहीं रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद आतंकवादी बौखला गए हैं और आत्मधाती हमले कर रहे हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सोमवार को दो हमलों को अंजाम दिया है। कश्मीर घाटी के पुलवामा जिले में आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी है। इससे पहले पिछले हफ्ते ही बांदीपोरा में बीएसएफ जवान रमीज अहमद पैरे को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने घर में घुसकर गोली मार दी थी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
आर्मी कैंप पर आतंकी हमले
-29 नवंबर 2016: नगरोटा आर्मी बेस, जम्मू--7 जवान शहीद
-6 अक्टूबर 2016: राष्ट्रीय राइफल्स कैंप, हंदवाड़ा--3 आतंकी ढेर
-2 अक्टूबर 2016: राष्ट्रीय राइफल्स कैंप--1 जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर
-18 सितंबर 2016: उरी आर्मी कैंप, बारामुला--17 जवान शहीद, 4 आतंकी ढेर
-1 जनवरी 2016: पठानकोट एयरबेस--3 जवान शहीद, 6 आतंकी ढेर
-25 नवंबर 2015: आर्मी कैंप, तंगधार--3 आतंकी ढेर
-31 मई 2015: आर्मी हेडक्वार्टर, तंगधार--4 आतंकी ढेर
-21 मार्च 2015: आर्मी कैंप, सांबा--2 आतंकी ढेर
-20 मार्च 2015: पुलिस स्टेशन, कठुआ--3 जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर
-5 दिसंबर 2014: ऑर्डिनेंस कैंप, मोहरा--11 जवान शहीद, 6 आतंकी ढेर
-31 मार्च 2013: सीआरपीएफ कैंप, श्रीनगर--5 जवान शहीद
-22 जून 2003: आर्मी कैंप, अखनूर--8 जवान शहीद
-14 मई 2002: आर्मी कैंटोनमेंट, कालूचक--36 नागरिकों की मौत
-3 नवंबर 1999: आर्मी हेडक्वार्टर, बादामी बाग--10 जवान शहीद
इस बार आतंकियों ने हेड कॉन्स्टेबल आशिक हुसैन को गोली मार दी। आतंकी हमले की यह वारदात अवंतीपोरा के पडगामपोरा इलाके में हुई। हमले के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।