बालेश्वर: भारत ने आज ओडिशा तट पर स्थित परीक्षण रेंज से स्वदेश में विकसित सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने कहा कि इसका मकसद इसमें जोड़ी गई ‘‘कुछ बेहतर सुविधाओं’’ की पुष्टि करना था। अत्याधुनिक मिसाइल को सुबह 11 बजकर 24 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया जिसे कम ऊंचाई वाले एक अभिरूपित लक्ष्य पर निशाना साधना था।
सूत्रों ने कहा कि इंटरसेप्टर, एक उन्नत वायु रक्षा मिसाइल है जिसे अभी कोई औपचारिक नाम नहीं दिया गया है। मिसाइल को डॉक्टर अब्दुल कलाम द्वीप के एकीकृत परीक्षण रेंज पर स्थित लॉन्चपैड संख्या-4 पर लगाया गया और यह समुद्र की सतह पर हवा में स्थित अपने लक्ष्य पर निशाना साधने के लिये बढ़ गई।
बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने के प्रयासों के तहत विकसित यह प्रक्षेपास्त्र दुश्मन की तरफ से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। पूर्व परीक्षणों में मिसाइल की मारक क्षमता समेत दूसरे मानकों की पुष्टि हो चुकी है और आज का परीक्षण इसकी प्रणाली में किये गए कुछ और सुधारों की पुष्टि के लिये किया गया।
यह इंटरसेप्टर साढ़े सात मीटर लंबी एक चरण वाली ठोस रॉकेट संचालित है जिसमें नौवहन प्रणाली, एक हाईटेक कंप्यूटर और विद्युत-यांत्रिक उत्प्रेरक लगे हैं।