इम्फाल: होस्टल में बेबीसना की रहस्यमई मौत के मामले में न्याय की मांग कर रहे विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के विरोध प्रदर्शन ने राज्य पुलिस को चौंका दिया। छात्रों ने न सिर्फ स्कूल क्षेत्र में बल्कि बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों के प्रदर्शन को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो दृष्य किसी युद्ध क्षेत्र के जैसा लगने लगा। एक तरफ पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित करने के लिए मॉक बम और आंसू गैस के गोले छोड़े तो दूसरी ओर से छात्रों ने भी गुलेल और पत्थरों से पुलिस पर हमला किया।
चूराचंद हायर सेकेंडरी स्कूल में पुलिस द्वारा दागे गए मॉक बम के बाद भी छात्र पीछे नहीं हटे। छात्रों ने पुलिस पर ही गुलेल के साथ जवाबी हमला करते हुए पथराव भी किया। पुलिस और छात्रों की इस झड़प में कम से कम 16 छात्र घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार आनंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और सीसी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं सहित कम से कम 10 छात्र घायल हो गए। ये सब तब हुआ जब बेबीसना को न्याय दिलाने की अपनी मांग को लेकर छात्र प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री और राज्यपाल आवास की ओर बढ़ रहे थे।
कई विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने ख्वाएरंबंद कीथेल से विरोध शुरू करने की कोशिश की। वहां, तैनात पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका। टकराव के बाद पुलिस ने मॉक बम और आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया, जिसमें इबोतसाना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का एक छात्र घायल हो गया। वहीं, तमफसाना हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने के लिए भी पुलिस ने धुएं के बम का उपयोग किया। टीजी के एक छात्र ने साहस करके उनकी ओर फेंके गए स्मोक बम को लात मार दी, इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
सिर्फ इतना ही नहीं, मणिपुर कॉलेज के छात्रों ने भी अपने कॉलेज के गेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए बेबीसना को न्याय दिलाने की मांग की। बता दें कि अपने छात्रावास में बेबीसना की रहस्यमयी मौत के साथ राज्य में अव्यवस्था बनी हुई है। कई विरोध प्रदर्शनों में मृतक बेबीसना को न्याय दिलाने की मांग की गई।