नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा के मामले में कुछ छात्रों के नाम लिए हैं और उनपर हिंसा में शामिल होने का संदेह जताया है। पुलिस ने छात्रों को हालांकि गिरफ्तार नहीं किया है लेकिन चारों को नोटिस जारी किया गया है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने JNU हिंसा मामले में हुई जांच को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चारों छात्रों के बारे में यह जानकारी दी गई है।
JNU हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के जांच अधिकारी जॉय टिर्की ने फोटो जारी किए, पहले फोटो में पत्थर फेंकते हुए एक छात्र को दिखाया गया जिसका नाम चुनचुन कुमार बताया गया है और उसे छात्र संगठन AISA का सदस्य बताया गया है।
दिल्ली पुलिस की तरफ से जो दूसरा फोटो जारी किया गया है उसमें छात्र का नाम प्रिया रंजन लिखा हुआ है और उसे स्कूल ऑफ लेंग्वेज, लिट्रेचर और कल्चरल स्टडीज का छात्र बताया गया है।
पुलिस की तरफ से जो तीसरा फोटो दिया गया है उसपर जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्षा आइशी घोष का नाम लिखा हुआ है, फोटो पर यह भी लिखा हुआ है कि पेरियार होस्टल पर हमला करने वाले लोगों के साथ आइशी घोष खड़ी हुई हैं।
चौथे फोटो में छात्र का नाम सुचेता तालुकदार लिखा हुआ है और उनपर भी हिंसा में शामिल होने का संदेह है। इनके अलावा वास्कर विजय, पंकज मिश्रा, योगेंद्र भारद्वाज, प्रिय रंजन, विकास पटेल और डोलन सामंता पर भी संदेह है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि जेएनयू में छात्रों का बहुत बड़ा वर्ग रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में भाग लेना चाह रहा था लेकिन चार संगठनों (SFI, AISF, AISA, DSF) और उनसे सहानुभूति रखने वाले लोग रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को रोक रहे थे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि रजिस्ट्रेशन प्रकिया को रोकने के लिए 3 जनवरी के दिन सरवर रूम में इंटरनेट कनेक्शन काटा गया था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी तक 3 केस दर्ज किए जा चुके हैं और किसी भी संदिग्ध को अभी हिरासत में नहीं लिया गया है, पुलिस ने बताया कि जल्द ही संदिग्धों से पूछताछ की जाएगी।