नई दिल्ली: पुलिस ने सीबीएसई पर्चा लीक मामले में 60 लोग से पूछताछ की है। इनमें 10 व्हाट्सएप ग्रुपों के एडमिन भी शामिल हैं। इन पर लीक हुआ प्रश्नपत्र साझा किया गया था। इधर दिल्ली में छात्र सड़क पर उतर आए हैं। दिल्ली के प्रीत विहार पर छात्रों ने सड़क जाम कर दिया है। छात्र सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और साथ ही दोबारे परीक्षा करने के आदेश को मानने से इंकार कर रहे हैं। सीबीएसई ने 12वीं के इकोनिमिक्स को 25 अप्रैल को दोबारे कराने के लिए आदेश दिया है। लेकिन छात्रों ने अप इस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रीत विहार पर छात्रों के चक्का जाम के चलते रोड़ पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है।
उधर जांच ऐजेंसी पता लगने में लगी हुई हैं पर्चा लीक कहां से हुआ। जांच से ताल्लुक रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि ट्यूटरों और छात्रों से पूछताछ की गई और सभी ने कहा कि उन्हें किसी और से पेपर मिले थे। इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि इन पेपरों को साझा करने के लिए पैसे लिए गए हैं। पुलिस ने गूगल से भी उस ई- मेल पते के बारे में जानकारी मांगी है जहां से सीबीएसई की प्रमुख को ई- मेल भेजकर सूचित किया गया था कि10 वींकक्षा का गणित का पर्चा लीक हो गया है। इस बीच10 वीं के गणित और12 वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के मामले में झारखंड के चतरा जिले के छह छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
गणित के पेपर से जुड़ी शिकायत पर बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले लीक के बारे में सीबीएसई अध्यक्ष की आधिकारिक ईमेल आईडी पर एक ई-मेल आया था। उन्होंने बताया कि ईमेल भेजने वाले ने कहा था कि गणित का पेपर व्हाट्सएप पर लीक हो गया है और इसे रद्द किया जाना चाहिए। दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला 27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया।
गणित और अर्थशास्त्र की परीक्षा क्रमश: 28 मार्च और 26 मार्च को हुई थी। मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है। यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रहा है।