नई दिल्ली: भारत के दो मोस्टवांटेड दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद पर जल्द ही शिकंजा कस सकता है क्योंकि अमेरिका दाऊद की डी कंपनी और हाफिज के लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार हो गया है। भारत के साथ टू प्लस टू मीटिंग के बाद जारी बयान में अमेरिका ने पाकिस्तान को अपनी जमीन से भारत पर आतंकी हमले रोकने को कहा है।
भारत और अमेरिका ने गुरुवार को पाकिस्तान को ताकीद करते हुए कहा कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल सीमापार आतंकी हमलों के लिए नहीं होने दे। साथ ही, पाकिस्तान से पूर्व में आतंकी हमलों के लिए दोषी अपराधियों के खिलाफ जल्द कानून कार्रवाई करने की मांग की गई। नई दिल्ली और वाशिंगटन ने विस्तृत हिंद-प्रशांत क्षेत्र को उन्मुक्त व खुला रखने की दिशा में एक साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो और रक्षामंत्री जिम मैटिस ने यहां टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा, "मंत्रियों ने क्षेत्र में किसी प्रकार के छद्म आतंकी हमले की भर्त्सना की और इस संदर्भ में उन्होंने पाकिस्तान से यह सुनिश्चत करने को कहा कि उसके नियंत्रण वाले क्षेत्र का इस्तेमाल दूसरे देशों पर आतंकी हमले करने के लिए न हो।"
बयान के अनुसार, मुंबई आतंकी हमला 26/11 की दसवीं बरसी से पहले उन्होंने पाकिस्तान से मुंबई, पठानकोट, उरी व अन्य जगहों पर हुए सीमापार आतंकी हमले के दोषियों को तुरंत न्याय के कटघरे में लाने की मांग की।
मंत्रियों ने 2017 में आतंकियों के नाम पर द्विपक्षीय वार्ता शुरू करने का स्वागत किया, जोकि अलकायदा, आईएसआईएस, लश्करे तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक -आई-तालिबान पाकिस्तान, डी-कंपनी और अन्य संबंधित संगठनों समेत आतंकी गुटों के खिलाफ कार्रवाई करने में सहयोग को मजबूती मिलती है।