नयी दिल्ली: विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से जुड़ा कथित छेड़छाड़ का मामला और गरमाता जा रहा है औऱ इस विवाद के बीच केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि संस्थान की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) तेजी से और निष्पक्ष तरीके से जांच पूरी करे, आज विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
शिकायतकर्ता को आईसीसी की निष्पक्षता पर संदेह
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह देखते हुए कि शिकायतकर्ता ने आईसीसी की निष्पक्षता को लेकर संदेह प्रकट किया है, मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि समिति जरूरी जांच तेजी और निष्पक्ष तरीके से पूरी करे, यूजीसी से उचित उपाय करने के लिए कहा है।
कालेज को मिले थे जांच तेज करने के निर्देश
मंत्रालय ने इससे पहले कॉलेज को जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया था।
पीएचडी छात्रा के प्रोफेसर पर छेछ़छाड़ के आरोप
मामला सेंट स्टीफंस कॉलेज की एक पीएचडी छात्रा के अपने प्रोफेसर पर छेछ़छाड़ के आरोप लगाने से जुड़ा है।
इस मामले में शिकायतकर्ता कहीं और निवारण ढूंढ़ने की बात कहते हुए अब तक आईसीसी के सामने पेश नहीं हुई है।
क्या मजबूर होकर छात्रा ने वापस ली शिकायत
पीड़ित छात्रा के अनुसार समिति की कार्यवाहियों से विश्वास उठने की वजह से उसने गत 21 जून को आईसीसी से अपनी शिकायत वापस ले ली थी। आईसीसी प्रमुख को भेजे गए एक ईमेल में छात्रा ने कहा है, ‘मैं यह पूरी तरह साफ कर देना चाहती हूं कि मैंने आपकी समिति से अपनी शिकायत वापस ले ली है और इसके पास मामला आगे नहीं ले जाना चाहती, क्योंकि मैं कहीं ओर निवारण ढूंढ़ रही हूं। अपनी शिकायत वापस लेने की वर्तमान स्थिति को देखते हुए समिति के सामने मेरे पेश होने की जरूरत नहीं है।‘
मामला क्या था
शिकायकर्ता छात्रा ने कॉलेज के रसायनशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए गत 19 जून को पुलिस से शिकायत की थी। उसने यह भी आरोप लगाया था कि आईसीसी को मामले की जानकारी देने पर कॉलेज के प्राचार्य वाल्सन थम्पू ने आरोपी को बचाने की कोशिश की। गौरतलब है कि आरोपी टीचर को कथित रूप से बचाने की कोशिश के आरोप लगने के बाद प्रिंसिपल को हटाने की मांग भी उठने लगी थी।