नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की नई किताब लॉन्च होते ही विवादों में आ गई है और किताब की लॉन्चिंग ऐसे समय पर हुई है जब उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य का विधानसभा चुनाव हो रहा है। अपनी किताब में सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS ताथा बोको हराम से की है। इस तुलना की वजह से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी के ऊपर आक्रामक हो गई है और सीधे सोनिया गांधी से सफाई मांगी जा रही है। लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब किसी बड़े चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेताओं के विवादास्पद बयान आते हैं और कई बार उन बयानों की वजह से पार्टी को चुनावों में नुकसान भी उठाना पड़ता है।
2007 में सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को बताया था 'मौत का सौदागर'
ऐसे बयानों को देखा जाए जो कांग्रेस पार्टी के लिए चुनावों में भारी पड़ गए हैं, तो उनमें 2007 के गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी का दिया बयान भी शामिल है। सोनिया गांधी ने 2007 में गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कौ गुजरात दंगों का जिम्मेदार ठहराते हुए 'मौत का सौदागर' बताया था। राजनीतिक विश्लेषक मानते रहे हैं कि सोनिया गांधी के उस बयान की वजह से कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था।
मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को बताया था नीच व्यक्ति
2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को नीच व्यक्ति बताया था और कहा था कि एक चायवाला कभी देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। ऐसा माना जाता है कि मणिशंकर अय्यर के बयान की वजह से कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में नुकसान हुआ था। मणिशंकर अय्यर ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी के लिए 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया था, 2017 में कांग्रेस पार्टी गुजरात चुनाव में बहुत कम मार्जिन से हारी थी और माना जाता है कि कांग्रेस की हार में मणिशंकर अय्यर के बयान का भी रोल था।
2016 में राहुल गांधी ने लगाया था खून की दलाली का आरोप
2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले अक्तूबर 2016 में कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि वे 'खून की दलाली' कर रहे हैं। राहुल गांधी ने यह बयान सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में दिया था। ऐसा माना जाता है कि राहुल गांधी के उस बयान की वजह से कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश चुनाव में नुकसान हुआ था।
सैम पित्रोदा ने कहा था, 'हुआ तो हुआ'
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने 2019 में ऐसे समय विवादास्पद बयान दिया था जब लोकसभा चुनाव चल रहे थे। सैम पित्रोदा से 1984 के सिख दंगों को लेकर सवाल किया गया था तो सैम पित्रोदा ने कहा था, '84 में हुआ तो हुआ लेकिन आपने (केंद्र सरकार) क्या किया।' बाद में सैम पित्रोदा को अपने उस बयान के लिए माफी मांगनी पड़ गई थी।
अब सलमान खुर्शीद
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव सिर पर है और ऐसे समय में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सलमान खुर्शीद ने किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS तथा बोको हराम से कर दी है। सलमान खुर्शीद की किताब में लिखी बात को लपकते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी पर हमला तेज कर दिया है और सीधे पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी से पूछा है कि क्या वे खुर्शीद के इस बयान का समर्थन करती हैं।