कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के उत्तरी 24 परगना जिले में एक मंदिर के पास शुक्रवार को भगदड़ में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी। भगदड़ में 20 से अधिक लोग घायल हो गये। यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर कछुआ के लोकनाथ मंदिर में रात करीब सवा दो बजे यह हादसा हुआ।
उल्लेखनीय है कि हर साल इस दिन बड़ी संख्या में लोग बाबा लोकनाथ ब्रह्मचारी का जन्मदिन मनाने के लिये कछुआ लोकनाथ मंदिर में जमा होते हैं। लोकनाथ ब्रह्मचारी बंगाल के 18वीं सदी के संत थे तथा पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हैं।
बनर्जी ने यहां राष्ट्रीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद कहा, ‘‘इस साल कछुआ लोकनाथ मंदिर में भारी भीड़ जमा हुई थी। तड़के सुबह बारिश होने लगी जिस कारण लोग बांस के अस्थायी स्टॉलों में छुपने की कोशिश करने लगे। भारी बारिश के कारण बांस के स्टॉल टूट गये। वहां जगह बहुत ही संकरी है और हड़बड़ी में कुछ लोग मंदिर के पास के तालाब में गिर गये। इससे वहां भगदड़ की स्थिति पैदा हो गयी।’’
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ मंत्रियों को बारासात अस्पताल, आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय और बशीरहाट के एक अस्पताल में भेजा गया है। बनर्जी ने घोषणा की कि जिन लोगों की इस हादसे में मौत हो गयी, उनके परिवारों को पांच लाख रूपये मिलेंगे जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों के परिजनों को एक लाख रुपये तथा मामूली तौर पर घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘कछुआ का हादसा दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। भारी वर्षा के बाद यह घटना हुई। मैं इस हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों और घायलों से मिलने के लिए सीएनएमसी और एएकेएम अस्पताल गयी थी। हर मौत दुखद है। लेकिन हम जो कर सकते हैं, वह है कि दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़े हो सकते हैं।’’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा कि बशीरहाट थानाक्षेत्र के इस मंदिर में पहुंचे कुछ तीर्थयात्री कीचड़ की वजह से फिसल गये। पुलिस ने उन्हें बचाया और उन्हें कछुआ के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया जहां से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। अधिकारी ने कहा , ‘‘स्थिति पर तत्काल काबू पा लिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गंभीर रूप से दस घायलों को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता लाया गया। तीन ने दम तोड़ दिया। अन्य तीन की नाजुक हालत है। पांच घायल बशीरहाट थानाक्षेत्र के एक अस्पताल में हैं।” इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए पर्याप्त इंतजाम नहीं करने को लेकर राज्य सरकार की निंदा की।