भोपाल। अक्सर विवादों में रहने वाली भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार वजह है उनका तीन दिन पुराना वीडियो वायरल होना। दरअसल इस वीडियो में साध्वी सह यात्रियों से बहस करती दिखाई दे रही हैं। मामला शनिवार का है जब साध्वी प्रज्ञा स्पाइस जेट की उड़ान संख्या एसजी 2489 से दिल्ली से भोपाल आ रही थीं। साध्वी प्रज्ञा के मुताबिक उन्हें सीट नंबर 2-ए दी गई थी, जबकि उन्हें बुकिंग के दौरान सीट नंबर ए-1 मिली थीं, लेकिन एयरलाइन ने यह सीट पहले ही दूसरे यात्री को दे दी थी। शाम 7 बजे विमान भोपाल में राजाभोज एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।
यहां सभी यात्री उतर गए, लेकिन साध्वी नहीं उतरीं। स्पाइसजेट के स्टाफ ने भी उनसे नीचे आने का अनुरोध किया, लेकिन वे नहीं मानीं। बाद में एयरपोर्ट डायरेक्टर अनिल विक्रम के एयरपोर्ट पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद विमान से उतरीं। उनके विमान से समय पर नहीं उतरने के कारण यह विमान भोपाल से 20 मिनट की देरी से वापस दिल्ली रवाना हुआ। एयरपोर्ट डायरेक्टर के मुताबिक साध्वी प्रज्ञा द्वारा की गई शिकायत को वो एयरपोर्ट अथॉरिटी को आगे बढ़ाएंगे।
वायरल वीडियो में साध्वी प्रज्ञा के पीछे खड़ी महिला प्लेन के कर्मचारियों से कहते नजर आ रही है, मैनेजमेंट का मामला है, आप डिसिजन लीजिए, आपका प्लेन है ये, कोई प्रोफेशनल नाम की चीज नहीं है यहां, इनको कुछ करना चाहिए अथॉरिटी तो इनके पास है।
वही साध्वी प्रज्ञा कर्मचारियों से रूल बुक मांगते नजर आ रही हैं। इस दौरान एक यात्री ने कहा कि मैडम आपको अन्य यात्रियों का ध्यान रखना चाहिए और शर्म आनी चाहिए, इस पर प्रज्ञा भड़क गईं और कहने लगीं तमीज से बात करिए।
वायरल हुई वीडियो के बाद साध्वी प्रज्ञा ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा 'मेरा बोर्डिंग बना, A1 seat मुझे दी गई, उसके लिए मैंने एक्सट्रा चार्ज भी किया, जब मैं सीट पर बैठ गई, उसके बाद एयरहोस्टेस से लेकर मैनेजर तक ने मुझ से उस सीट से उठने को बोला। मैंने कहा मुझे रूल बुक दीजिए लेकिन उनके पास रूल बुक तक नही थी, जिस सीट पर मै बैठी थी वहां एमरजेंसी नहीं लिखा था, ऐसा कुछ भी नहीं था, उसकी शिकायत मैंने लिखित में की है।
मैंने सामान्य व्यक्ति की तरह व्यवहार किया लेकिन लोग बोल रहे हैं कि मैने सांसद का रुतबा दिखाया। मैं जनता की सुरक्षा चाहती हूं और इसी की लड़ाई लड़ी है। स्पाइसजेट बोल रहा है कि मेरे व्हीलचेयर पर होने की उन्हें जानकारी नहीं थी। वो ये बताएं कि बोर्डिंग पास देते वक्त तो मुझे व्हीलचेयर पर देखा था फिर उन्हें कैसे पता नहीं था। मैंने इस पूरे मामले की शिकायत लिखित में की है।