रांची. तेलंगाना में फंसे 1,200 प्रवासियों को लेकर झारखंड रवाना हुई विशेष ट्रेन शुक्रवार को रात 11 बजे हटिया पहुंचेगी और वहां से राज्य सरकार कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करते हुए लोगों को संक्रमणमुक्त बसों से उनके संबंधित जिलों तक भेजेगी। कोरोना वायरस पर काबू के लिए देश भर में 25 मार्च को लॉकडाउन लागू किया गया था। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरुण कुमार ने नयी दिल्ली में पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘24 बोगियों वाली यह ट्रेन शुक्रवार सुबह चार बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई।’’
दक्षिण पूर्व रेलवे ज़ोन के तहत रांची डिवीजन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि विशेष ट्रेन रात में 11 बजे हटिया पहुंचेगी। हटिया स्टेशन रांची शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। ट्रेन के आगमन पर उचित समन्वय के लिए राज्य सरकार और रेलवे के अधिकारियों के बीच उच्च-स्तरीय बैठक हुई। नाम उजागर नहीं करने का अनुरोध करते हुए एक रेलवे अधिकारी ने कहा कि उनका काम यात्रियों को हटिया स्टेशन तक सुरक्षित पहुंचाना है और उसके बाद यात्रियों की देखभाल राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि यात्रियों को उतर जाने के बाद खाली ट्रेन की ठीक से सफाई की जाएगी और उसके बाद यह वापस जाएगी। अधिकारी ने कहा कि ट्रेन के आने से पहले हटिया रेलवे स्टेशन के आसपास कीटाणुनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि सभी यात्रियों की स्टेशन पर थर्मल जांच की गई, मास्क पहनना अनिवार्य किया गया और उन्हें भोजन उपलब्ध कराया गया क्योंकि ट्रेन गंतव्य से पहले कहीं नहीं रुकेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि सामाजिक दूरी नियम के पालन के लिए हर बोगी में केवल 54 यात्रियों को बैठने की ही अनुमति दी गई है जबकि उसमें 72 लोगों के बैठने की व्यवस्था होती है। कूपों में आठ के बजाय छह यात्रियों को सफर करने की अनुमति दी गई है। आने वाले यात्रियों के लिए की जा रही व्यवस्था का जिक्र करते हुए रांची में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि किसी रिश्तेदार को स्टेशन पर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार लोगों के लिए जरूरी व्यवस्था करेगी। इस बीच भाजपा सांसद वी डी राम ने कहा कि ट्रेन में करीब 250 यात्री पलामू जिले के हैं जबकि करीब 420 लोग गढ़वा के हैं।