उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के बीच गठबंधन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार बढ़ाने वाला गठबंधन कहा है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान बोलते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि ये जातिवाद का गठबंधन है। जो लोग एक दूसरे को देखना नहीं चाहते थे, आमने सामने आने पर भी सामान्य शिष्टाचार भी नहीं दिखाते थे आज मोदी जी के डर से एक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा की सरकार रही है लेकिन गरीबों की स्थिति नहीं बदली। योगी ने कहा एक कहावत है चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती है, इसलिए इन सभी को मोदी सरकार अच्छी नहीं लग रही है। (अखिलेश-मायावती ने किया गठबंधन का ऐलान, 38-38 सीटों पर लड़ेंगी सपा-बसपा)
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार का काम देख कर सभी दलों में खलबली मच गई है, सभी भ्रष्ट दल एक साथ आ गए हैं। उन्होंने कहा सपा, बसपा ने अपना अस्तित्व बचाने के लिए हाथ मिलाया । ये दल सिर्फ अपने दम पर मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते।
वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सपा और बसपा के बीच हुए गठबंधन का स्वागत किया है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के खिलाफ पूरे देश में गठबंधन की जरूरत है। 2014 के चुनावों में भाजपा को सिर्फ 31 प्रतिशत वोट ही मिले थे। भाजपा जिसे बहुमत कहती है वह वास्तव में मतों का विभाजन है।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सपा-बसपा गठबंधन पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी की हार की शुरुआत उत्तर प्रदेश और बिहार से हो चुकी है।
बता दें कि आज बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गठबंधन की घोषणा की। दोनों ही पार्टियां उत्तर प्रदेश की 80 में से 76 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। दोनों ही 38-38 सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगी, 2 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई है। वहीं रायबरेली और अमेठी से कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया गया है।