नई दिल्ली: एक ओर कश्मीर में पाकिस्तान साजिश कर रहा है, सेना और सुरक्षा बल पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम करने में लगी हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार कश्मीर के विकास के एजेंडे पर तेजी से काम कर रही है। अब दिल्ली और मुंबई की तरह श्रीनगर में भी मैट्रो दौड़ेगी। सरकार ने 2024 तक यहां मैट्रो को दौडाने का लक्ष्य तय किया है। श्रीनगर मेट्रो कश्मीर की लाइफ लाइन के तौर पर काम करेगी।
कश्मीर में बढ़ती हुई आबादी और भविष्य में विकास की रफ्तार जब तेज होगी तो जरुरत मेट्रो की भी होगी इसलिए सरकार ने ये तय किया है कि जिसने दिल्ली मेट्रो को सजाया और संवारा है उसे ही श्रीनगर मेट्रो का भी काम सौंपेगे। मतलब मेट्रो मैन ई श्रीधरन श्रीनगर मेट्रो प्रोजेक्ट के हेड होंगे।
2020 से श्रीनगर मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट 25 किलोमीटर लंबा होगा जो 2 चरणों में बनेगा। कुल 24 स्टेशनों के साथ मेट्रो प्रोजेक्ट 2024 में बनकर तैयार होगा। इस प्रोजेक्ट में लगभग 5 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
पहले फेज में मेट्रो एचएमटी जंक्शन से शुरु होगी, फिर पारीमपोरा, कमरवारी, गाजरजू, राठपोरा, बाटमालू, सचिवालय, लाल चौक, मुंशी बाग और सोनवर होते हुए इंदिरानगर तक जाएगी। फेज वन के साथ-साथ फेज टू का भी काम होता रहेगा। फेज टू में जंक्शन ओसमानाबाद से मेट्रो शुरु होगी फिर साउरा, स्किम, नलबल ब्रिज, मिली स्टॉप, हवल चौक, जामा मस्जिद, खनियार, नौपोरा, मुंशी बाग से होते हुए हजूरी बाग पर खत्म होगा।
श्रीनगर का यह मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा एलिवेटेड होगा जिसमें टोकन और स्मार्ट कार्ड का प्रयोग किया जाएगा। यहां 3 डिब्बों वाली मेट्रो सबसे पहले शुरू होगी। एक डिब्बे में लगभग 250 लोग एकसाथ यात्रा कर पाएंगे। यानी एक मेट्रो ट्रेन में 750 लोग एक साथ यात्रा कर सकते हैं।