मुंबई: कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लोगों के मसीहा बनकर सामने आए हैं। एक्टर ने अब तक हजारों मजदूरों और छात्रों को उनके घर पहुंचाने में काफी मदद की है। लेकिन उनकी ये दरियादिली महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना को पसंद नहीं आई। शिवसेना ने एक्टर सोनू सूद को बीजेपी का प्यादा कह दिया। शिव सेना के मुखपत्र सामना में पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि बीजेपी सोनू सूद का इस्तेमाल सरकार पर हमला करने के लिए कर रही है। जहां राज्य की राजनीति में आज दिन भर इस मुद्दे पर चर्चा हुई, वहीं देर रात सोनू सूद सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मातोश्री पहुंचे। उनके साथ मुंबई के गार्जियन मिनिस्टर असलम शेख भी मातोश्री पहुंचे।
शिवसेना नेता संजय राउत के ट्वीट और बयान के बाद कि अभिनेता सोनू सूद बीजेपी के इशारे पर कार्य कर रहे है, सोनू ने आज मराठी में पहली बार ट्वीट किया और खुद मातोश्री उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे से मिलने पहुंचे। सोनू के मातोश्री पहुंचते ही संजय राउत ने दोबारा ट्वीट किया, "आखिरकार सोनू को मातोश्री का रास्ता मिल गया।"
सोनू सूद ने अब तक सोशल नेटवर्किंग के जरिए 1 करोड़ का चंदा जमा किया था और 56 लाख से ज्यादा खर्च कर चुके है और 5 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेज चुके है। लेकिन सोनू किसी राजनीति में नही पड़ना चाहते इसलिए उन्होंने शिवसेना नेता राउत के ट्वीट के बाद मातोश्री जाना ही बेहतर समझा।