नई दिल्ली: महिलाओं पर लगातार अत्याचार और दिल्ली की अनाजमंडी में रविवार को भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की की मौत होने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है। इंदिरा और राजीव गांधी की विरासत के साथ लंबे अरसे से कांग्रेस की कमान संभालती आ रहीं सोनिया गांधी सोमवार को 73 साल की हो जाएंगी।
कांग्रेस के करीबी सूत्र ने बताया कि देश में महिलाओं पर बढ़ता अत्याचार, दुष्कर्म के बाद जिंदा जला दिए जाने की दर्दनाक घटनाओं से सोनिया काफी दुखी हैं।
हाल ही में हैदराबाद में एक वेटनरी डॉक्टर युवती को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक दुष्कर्म पीड़िता को अदालत पहुंचने से रोकने के लिए जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। 90 फीसदी जल चुकी पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार की रात मौत हो गई। इन घटनाओं से देशभर की महिलाओं में आक्रोश है।
सोनिया गांधी साल 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष पद पर आसीन हुई थीं। उनके नेतृत्व में पार्टी 2004 से 2014 के मई तक लगातार 10 साल केंद्र की सत्ता में रही। साल 2017 में उन्होंने अपने बेटे राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंप दी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव का बेहद चौंकाने वाला परिणाम कांग्रेस के खिलाफ जाने पर राहुल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। पार्टी की कमान अब फिर से सोनिया के हाथ में है।
केंद्र की भाजपा सरकार की कथित गलत नीतियों और आर्थिक मंदी को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस 14 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी रैली का आयोजन करने वाली है।