इंदौर (मध्यप्रदेश): देश में कोविड-19 के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर के एक अस्पताल में इस महामारी के संदिग्ध मरीजों के वार्ड का नजारा कुछ अलग है। ये मरीज इस वार्ड में बज रहे सुमधुर गीतों को एक साथ गुनगुनाते नजर आते हैं और इसके दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो बुधवार को सामने आया जिसमें ये मरीज वार्ड में बज रहे मशहूर गीत "हम होंगे कामयाब..." को तालियां बजाते हुए एक साथ दोहरा रहे हैं।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के नंदा नगर स्थित अस्पताल की अधीक्षक सुचित्रा बोस ने बताया, "हमने देखा है कि कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के मन में इस महामारी को लेकर काफी डर बैठा होता है। जब तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक वे भयभीत और बेचैन बने रहते हैं।" उन्होंने बताया, "हम दिशानिर्देशों के मुताबिक इन मरीजों को दवाएं तो दे ही रहे हैं। हम उनका डर दूर कर मनोबल बढ़ाने के लिये संगीत चिकित्सा का भी सहारा ले रहे हैं। इसके तहत उन्हें भजन और प्रेरक गीत सुनाये जा रहे हैं।"
अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि संगीत बजने से वार्ड में माहौल खुशनुमा बना रहता है और मरीजों के साथ ही अस्पताल के डॉक्टर तथा पैरामेडिकल कर्मी भी उत्साहित रहते हैं। बोस ने बताया कि फिलहाल ईएसआईसी अस्पताल में कोरोना वायरस के 60 संदिग्ध मरीज हैं, जबकि 15 अन्य लोग जांच में इस महामारी से संक्रमित नहीं पाए जाने पर अपने घर लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को योग प्रशिक्षक के जरिये प्राणायाम (श्वसन तंत्र का खास व्यायाम) भी सिखाया जा रहा है ताकि उनके फेफड़े मजबूत हो सकें।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने में इंदौर जिले के कुल 923 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 52 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 74 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों में सख्त लॉकडाउन लागू है।