लुधियाना: लुधियाना में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई लेकिन संक्रमण से डर से परिवार ने शव लेने और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार किया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त(सामान्य) इकबाल सिंह संधू ने सोमवार को बताया कि 69 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत के बाद उनके बेटे ने शव लेने से इनकार कर दिया।
हालांकि अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि उन्हें सुरक्षा से जुड़ी वस्तुएं मुहैया कराई जाएंगी, जो संक्रमण से उन्हें बचाएंगी, फिर भी वह शव लेने के लिए तैयार नहीं हुआ। संधू ने बताया,‘‘जब बेटे सहित कोई रिश्तेदार शव लेने नहीं आया तो सब स्तब्ध रह गए। बाद में जिला प्रशासन ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया।’’
बुजुर्ग महिला शिमलापुरी गांव की रहने वाली थीं और 31 मार्च को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने आधी रात को उनका अंतिम संस्कार किया। महिला का बेटा और अन्य रिश्तेदार 100 मीटर से भी अधिक दूर खड़े हो कर पूरी प्रक्रिया देखते रहे।
बता दें कि राज्य में सोमवार शाम 6 बजे तक कोरोना वायरस के 76 पॉजिटिव मामले सामने आए, जिनमें से 4 लोग ठीक हो गए जबकि 6 की मौत हो गई। सोमवार को यहां दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मार्च के महीने में हुई तबलीगी जमात से हिस्सा लेकर लौटे दो और लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
नए मामलों के सामने आने के बाद राज्य में कोविड-19 से संक्रमित तब्लीगी जमात के सदस्यों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। विशेष मुख्य सचिव के.बी.एस. सिद्धू ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दोनों मामले फतेहगढ़ साहिब के हैं। दोनों के संपर्कों का पता लगाया जा रहा है।
सिद्धू ने कहा कि संगरूर जिले के मस्तूना साहिब में तबलीगी जमात के 40 लोगों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि अब तक 350 तबलीगी जमात के सदस्यों के नमूने एकत्र किए गए हैं।