नई दिल्ली। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 59वीं स्थापना दिवस (Rising Day) परेड के मौके पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दुनिया की कुछ सेनाओं को अपनी ताकत पर भ्रम था कि वे पूरी दुनिया में सबसे ताकतवर सेनाएं हैं लेकिन पिछले कुछ महीनों के दौरान ITBP ने उनका यह भ्रम तोड़ दिया है। जी किशन रेड्डी ने हालांकि अपने बयान में किसी देश का नाम नहीं लिया है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उनका इशारा चीन की सेना (PLA) की तरफ है।
गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि आईटीबीपी का गौरवशाली इतिहास रहा है, 1962 में स्थापना के बाद ही आईटीबीपी देश के हिमालय में सीमाओं की रक्षा बहुत वीरता से कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 19 हजार फीट तक ऊंचाई में तैनात रह कर माइनस 45 डिग्री तापमान से लड़ते हुए और कम ऑक्सीजन तथा लगातार बर्फबारी के बीच हमारे आईटीबीपी के जवान ऊंचे मनोबल से अपना कर्तव्य निभाते हैं और भारत माता की सेवा में खड़े रहते हैं।
ITBP स्थापना दिवस के मौके पर ITBP के जवानों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आप लोग भारत के विकास में भी बहूमूल्य योगदान दे रहे हैं, हमारे शत्रू हर समय किसी न किसी प्रकार की बाधा डालकर हमारे देश के आर्थिक विकास को रोकना चाहते है लेकिन आप लोग शत्रू के प्रयास को विफल करते हैं, तो आप यह सुनिश्चित करते हैं की देश का आर्थिक विकास सही दिशा में और तेज गति से बढ़े।
1962 के भारत-चीन के बीच जब युद्ध शुरू हुआ तो उस समय चीन बॉर्डर पर तैनाती पर तैनाती के लिए सुरक्षाबलों की जरूरत महसूस हुई थी और उसी दौरान 24 अक्तूबर 1962 को ITBP की स्थापना हुई थी। मौजूदा समय में ITBP की कुल 56 सर्विस बटालियन, 4 स्पेशल बटालियन और 17 ट्रेनिंग सेंटर हैं। मौजूदा समय में ITBP के लगभग 90000 सैनिक देश की सेवा कर रहे हैं। साल 2004 के बाद भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर की सरहद की सुरक्षा का पूरा जिम्मा ITBP के कंधों पर है।