नई दिल्ली: सप्ताहिक छुट्टी पर रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ लांग ड्राइव (लंबी यात्रा) पर जाना हैदराबाद के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद आजम को महंगा पड़ गया। कर्नाटक के बीदर जिले में बच्चा चुराने के संदेह में शुक्रवार को लोगों की भीड़ ने पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी। पुराने हैदराबाद नगर के एराकुंटा में आजम (28) के घर में मातम छाया हुआ है। आजम गूगल कंपनी में काम करते थे। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को यहां लाया गया और उनके घर के ही पास स्थित कब्रगाह में दफनाया गया। भीड़ द्वारा किए गए हमले में घायल आजम के तीन दोस्तों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घायलों में आजम के दोस्त कतर के सल्हम ईद अल कुबासी भी शामिल हैं जो छुट्टियों में भारत आए हैं।
दो साल के बच्चे के पिता आजम के परिवार वालों ने इंसाफ की मांग की है। उनके इंजीनियर भाई मोहम्मद अकरम ने तेलंगाना सरकार से इस मसले को कर्नाटक सरकार के पास रखकर घटना की सही तरीके से जांच करवाने की मांग की है। अकरम ने कहा, "दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि किसी दूसरे निर्दोष को इस तरह अपनी जान नहीं गंवानी पड़े।" आजम के रिश्तेदारों ने बताया कि एक गांव में रुक कर वे कुछ तस्वीर ले रहे थे। तभी सल्हम ने कुछ बच्चों को स्कूल से लौटते देखा। उन्होंने उन बच्चों को प्यार से चॉकलेट दिया।
लोगों ने विदेशी समेत अपरिचित लोगों को बच्चों को चॉकलेट देते देखा तो उन्हें लगा कि ये बच्चों को बहला फुसलाकर उठाने वाले हैं। लोगों ने उनसे पूछताछ करना शुरू कर दिया जिसपर संदेह को भांप कर कार सवार मित्रमंडली वहां से भाग खड़े हुए। लेकिन भीड़ ने उनका पीछा कर मुरकी गांव में उन्हें रोक लिया। भीड़ में शामिल लोगों ने उन्हें कार से घसीट कर निकाला और डंडों और पत्थरों से उन पर धावा बोल दिया। हमले में आजम की मौके पर ही मौत हो गई और उनके अन्य दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। उनमें से दो हैदराबाद के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।