नई दिल्ली. सोमवार को कई उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख व जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में बर्फबारी हुई। बर्फबारी की वजह से पहाड़ी इलाकों में न सिर्फ ठंड का प्रचंड रूप देखने को मिला बल्कि मैदानी इलाकों में भी पारा और गिर गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सोमवार को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि 22 अक्टूबर से अब तक का सबसे ज्यादा है।
उत्तराखंड के कई इलाकों में इस मौसम में पहली बर्फबारी
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इस मौसम में पहली बार भारी हिमपात हुआ, जिसके बाद राज्य में ठंड बढ़ गई। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हरसिल और औली सहित सभी उंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार रात से ही हिमपात शुरू हो गया और सोमवार सुबह तक बर्फ की मोटी चादर जम गयी । केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के दौरान भी बर्फबारी हो रही थी और देखते ही देखते पूरा क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया।गढ़वाल हिमालय में स्थित चारधामों में से तीन अन्य धामों में भी रविवार रात से बर्फबारी हो रही है, जिससे इन क्षेत्रों में भीषण ठंड और शीतलहर के हालात बन गए हैं । चमोली जिले में प्रसिद्ध स्की रिजार्ट औली में रविवार रात से अब तक एक फुट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है । देहरादून, मसूरी तथा अन्य क्षेत्रों में रात भर भारी बारिश हुई, जिससे ठंड बढ़ गयी। मौसम विभाग ने एक—दो दिन बारिश और हिमपात जारी रहने की संभावना व्यक्त की है।
बर्फबारी के बाद मैदानों में बढ़ी ठंड
आईएमडी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। आईएमडी ने बताया कि न्यूनतम तापमान शुक्रवार तक 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने की संभावना है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जैसा क्षेत्र से पश्चिमी विक्षोभ लौट रहा है और हवा अब उत्तरपश्चिम की ओर बहने लगेगी। पहाड़ों में ताजा बर्फबारी के बाद अब वहां से ठंडी हवाएं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की तरफ बहना शुरू करेंगी।’’
रविवार को न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं, अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सयस दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला ने रविवार को 0.4 मिमी बारिश भी दर्ज की। आईएमडी अधिकारी ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश के बाद इससे वायु गुणवत्ता में सुधार में मदद मिलने की संभावना है।