शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पिछले दो दिन में 22 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रहने का अनुमान व्यक्त किया है। शिमला मौसम केन्द्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि अगले 24घंटों में राज्य के अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, वहीं दूर दराज के क्षेत्रों में तेज बारिश के आसार हैं।
बाढ़ और भूस्खलन से कई सड़कें बाधित
राज्य में बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई सड़कों के बाधित हो जाने से अनेक हिस्सों में कम से कम 500 लोग फंसे हुए हैं। सड़कों को साफ करने और वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर जाने देने के लिए यातायात बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल कांगड़ा जिले के नूरपुर उप मंडल में भरे जल को निकालने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बना रहा है।
भूस्खलन से खादेतार गांव में बनी बड़ी कृत्रिम झील
गौरतलब है कि कई स्थानों पर भूस्खलन ने पानी का बहाव झरने तक जाना रोक दिया है और इससे उप मंडल के खादेतार गांव में एक बड़ी कृत्रिम झील निर्मित हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा जिले के त्रिन्दी, दानी, मिरका, लदोर, थाना, हिंदोरघाट, लेत्री और जसूर गांव के लोगों घरों को खाली करने को कहा गया है।
कांगड़ा में पानी की आपूर्ति प्रभावित
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिन से हो रही बारिश से पानी के पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कांगड़ा जिले में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त लाइनों को ठीक करने का काम चल रहा है लेकिन इसमें दो से तीन दिन का वक्त लग सकता है। कुल्लू जिले में रूपा क्षेत्र के निकट भूस्खलन से अवेरी-बजीरबॉडी मार्ग और बजौरा-कतौला मार्ग बाधित हो गया है। चंबा जिले में भी अनेक मार्ग बंद हैं। परिहार में चंबा-पठानकोट मार्ग, भतलवान गढ़ और मथुनू में चंबा-चोवारी मार्ग बाधित हैं।
लाहौल स्पिति और चंबा में बर्फबारी
इस बीच, हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति और चंबा जिलों में कुछ स्थानों पर मौसम की पहली बर्फबारी हुई। मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। अगस्त माह में आमतौर पर इन क्षेत्रों में बर्फबारी नहीं होती है। जिले के एक अधिकारी ने बताया कि ताजा बर्फबारी के कारण चंबा से पंगी जाने वाली सड़क साच पास के पास बाधित हो गयी है।