नई दिल्ली: उत्तराखंड, कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बर्फबारी और बारिश स्थानीय लोगों के लिए आफत बन गई है। इससे तापमान गिर गया है और कई जगह सड़कों पर 3 से 4 फीट तक बर्फ जम गई है। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। उत्तराखंड़ में तीन दिनों से भारी बर्फ पड़ रही है और केदारनाथ में भी जमकर बर्फबारी हुई है। 11 हज़ार फीट की ऊंचाई वाली ये जगह पूरी तरहे से बर्फ से ढक चुकी है। चारों तरफ सफेद चादर बिछ गई है और तापमान शून्य से नीचे चला गया है। हालांकि केदारनाथ के कपाट बंद हो चुके हैं लेकिन कई टीमें वहां पर मौजूद हैं जो इस खराब मौसम में भी काम कर रही हैं। जैसे-जैसे बर्फ गिरती जाती है उसको हटाने का काम भी चलता रहता है। बद्रीनाथ में भी जमकर बर्फबारी हो रही है। उत्तराखंड के इन दोनों धामों को जाने वाले सभी रास्ते बंद हो चुके हैं। यही हाल जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल तक का है। खासकर कश्मीर के हालात ज़्यादा ही ख़राब हैं जहां हर ओर सिर्फ़ बर्फ ही बर्फ है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि 72 घंटे तक घाटी के मिजाज बिगड़े रहेंगे।
गुलमर्ग और सोनमर्ग की तस्वीर भी कुछ ऐसी ही है। सड़कों पर बर्फ की मोदी चादर बिछी है जिन्हें हटाने का काम किया जा रहा है। ऊंचे ऊंचे पेड़ बर्फ से ढके हैं। पारा माइनस 6.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। हालांकि मौसम की ये करवट सैलानियों के लिए सौगात बन गई है क्योंकि बर्फबारी ने गुलमर्ग और सोनमर्ग की खूबसूरती को और बढ़ा दिया है जिसका सैलानी जमकर मज़ा ले रहे हैं।
ऐसा ही हाल पीरपंजाल और पहलगाम का भी है जहां चौबीस घंटे में दो से तीन फीट बर्फबारी दर्ज की गई है। तीन दिन में बर्फबारी से तक़रीबन पूरे कश्मीर का संपर्क देश के दूसरे हिस्सों से कट गया है। श्रीनगर एयरपोर्ट बंद है। जम्मू श्रीनगर हाईवे और मुगल रोड समेत कई रास्तों को बारिश और बर्फबारी की वजह से बंद कर दिया गया है। हालात 15 दिसंबर तक ऐसे ही रहेंगे।
हिमाचल और उत्तराखंड में भी सफेद आफत का ट्रेलर दिखने लगा है। शिमला और डलहौजी में बर्फबारी स्थानीय लोगों के लिए आफत बनी है तो वहीं टूरिस्टों के लिए राहत है। लाहौल स्पीति का संपर्क दूसरे इलाकों से टूट गया है। ज्यादातर रोड बंद हैं। वहीं उत्तराखंड के औली में भी स्नोफॉल हुआ है यानी पहाड़ों में बर्फबारी बहुत भारी पड़ रही है ऐसे में ज़रूरत है अलर्ट रहने की।