पणजी: गोवा के सीएम और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को अंतिम विदाई देने पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भावुक हो गईं। वो इस दुख की घड़ी में खुद को रोने से नहीं रोक पाई। दिवंगत सीएम मनोहर पर्रिकर को अंतिम विदाई देने के लिए देश के कई और दिग्गज नेता भी पहुंचे। पीएम मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राज्यपाल मृदुला सिन्हा दिवंगत ने सीएम पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से मुलाकात की।
श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने जब पर्रिकर के दोनों बेटों से मुलाकात की तब वह काफी देर तक उनके आगे मौन खड़े रहे। पीएम मोदी के इमोशन्स उनके उदास चेहरे पर साफ दिख रहे थे। और, सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं, इस घड़ी में पूरा गोवा दुखी है। गोवा में 18 मार्च से 24 मार्च तक 7 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
फरवरी 2018 से बीमार चल रहे पर्रिकर का स्वास्थ्य पिछले दो दिन में काफी बिगड़ गया था। रविवार शाम उन्होंने अपने निजी आवास पर अंतिम सांस ली। कैंसर से लंबे समय तक जूझने के बाद रविवार को उनका निधन हो गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रचारक से देश के रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे मनोहर पर्रिकर की उनके तटीय गृह राज्य गोवा में छवि एक सीधे सादे, सामान्य व्यक्ति की रही है।
63 वर्षीय पर्रिकर ने चार बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री के तौर पर तीन वर्ष सेवाएं दीं। भाजपा के सभी वर्गों के साथ ही विभिन्न पक्षों के बीच लोकप्रिय पर्रिकर ने लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहे गोवा में भाजपा का प्रभाव बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी।