नई दिल्ली. केरल में राहुल गांधी ने 'उत्तर-दक्षिण' बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी ने भी उनपर हमला बोला है। स्मृति ईरानी ने कहा कि जो डेड़ साल हार के बाद भी इतनी रंजिश और नफरत रखे अपने दिल में और वो भी अमेठी की जनता के खिलाफ, वो जनता जिसने 15 साल एक ऐसे सांसद को झेला, जिस राहुल गांधी ने विकास का एक काम नहीं किया, वो जनता जिसके सामने राहुल गांधी और उसका खानदान ढोंग करता रहा कि आप हमारा परिवार है, क्या परिवार को कोई इस तरह सरेआम अपमानित करता है। वो जनता जो उम्मीद लगाए बैठी थी कि राहुल गांधी को पश्चचाताप होगा, ये तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटने वाली बात हो गई।
पढ़ें- गुड न्यूज! योगी सरकार 10 लाख युवाओं को देगी टैबलेट
उन्होंने आगे कहा कि फूट डालने वाली राहुल गांधी की राजनीति रही है, दक्षिण भारत को उत्तर भारत ले लड़ाओ, असम को गुजरात से लड़ाओ, उसका परिणाम क्या हुआ, कल गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव आए उसमें कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। राहुल गांधी ने शायद प्रतिज्ञा ली है कि जबतक मैं कांग्रेस मुक्त भारत स्वंय न कर दूं तबतक मैं चैन नहीं बैठूंगा।
पढ़ें- क्या 1990 से 2021 तक नौकरी करने वालों को सरकार देगी ₹1,20,000?
स्मृति ईरानी ने आगे कहा, "क्या चुनाव में लोग झूठे वादे करते हैं, मत्स्य पालन मंत्रालय बनाएंगे क्या राहुल गांधी का यह वादा झूठा नहीं है, इसका मतलब राहुल गांधी केरल की जनता को सच जानते हुए भी बरगला रहे हैं और झूठ बोल रहे हैं। बार-बार भाजपा के कार्यकर्ता यही कह रहे हैं चाहे वो किसान कानून हो चाहे मतस्य पालन का मंत्रालय को राहुल गांधी की बुनियाद ही झूठ पर है।"
पढ़ें- गाजियाबाद नगर निगम: ठेकेदारों के साथ मिलकर 'गंदे और जानलेवा' खेल में व्यस्त हैं अधिकारी!
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस आलाकमान की यही सोच है, उत्तर भारत और देश के लिए जो राहुल गांधी ने सरल भाषा में बोल दी। भारत का कोई भी अंश जो विकास और प्रगति पर चलना चाहता है वह गांधी खानदान को कभी रास नहीं आएगा। भारत का कोई भी प्रदेश या नागरिक जब चाहता कि डीबीटी से उसके खाते में सीधे पैसे ट्रांस्फर हो, ऐसे लोगों से राहुल गांधी का कोई सरोकार नहीं है, ऐसे लोग जो पारदर्शिता की राजनीति में विश्वास रखते हैं वो कांग्रेस पार्टी को कभी वोट नहीं देंगे। हिंदुस्तान जब आने वाला लोकसभा का चुनाव होगा तब राहुल गांधी क्या हश्र करेंगे कांग्रेस पार्टी का आप देख लीजिएगा।