नई दिल्ली: दिल्ली पर एक बार फिर स्मॉग का खतरा मंडराने लगा है। रविवार से दिल्लीवाले एक बार फिर स्मॉग से जूझते दिख सकते हैं। चिंता में डालने वाला ये दावा एक ताज़ा रिपोर्ट में किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 19 नवंबर के बाद से दिल्ली के आसमान में फिर से धुंध छा सकती है और जहरीली हवाओं से दिल्ली का दम एक बार फिर घुंट सकता है। इसकी बड़ी वजह है बारिश का ना होना।
रिपोर्ट के अनुसार 19 नवंबर तक दिल्ली की हवा बेहद खराब कैटिगरी की बनी रहेगी। इस दौरान तापमान में कमी आएगी और हवा में नमी बनेगी। वहीं पंजाब से आने वाली हवाएं भी शुरू हो जाएंगी जिनमें प्रदूषण तो नहीं होगा लेकिन ऊपरी हवाओं की गति 19 नवंबर से काफी कम हो जाएगी। इसकी वजह से दिल्ली एनसीआर में एक बार फिर स्मॉग बढ़ सकता है। इसके साथ ही प्रदूषण का लेवल भी बढ़ने के आसार हैं। बस सुकून इस बात का है कि प्रदूषण का स्तर खतरनाक प्लस तक नहीं जाएगा।
दिल्ली में स्मॉग को लेकर कुछ ऐसा ही इशारा स्काईमेट ने भी किया है। स्काईमेट के चीफ मेट्रोलॉजिस्ट के मुताबिक हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में बारिश के चलते दिल्ली में हवा साफ हुई है। अनुमान है कि अब उत्तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी लेकिन पंजाब हरियाणा से आने वाली इन हवाओं में पराली का प्रदूषण नहीं होगा। हालांकि तापमान जरूर गिरेगा और इस वजह से 18-19 नवंबर से कोहरा वापसी करेगा जिसके बाद इस कोहरे और धुंध के साथ दिल्ली में उठने वाला धुंआ और गैस मिलकर हवाओं को फिर से जहरीला करेंगी।
वहीं अमेरिका की एक संस्था ने एक तस्वीर जारी की है जिससे पता चलता है कि इन दिनों दिल्ली से लेकर लाहौर तक कई शहर प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। अमेरिका ने इसके साथ ही ये दावा भी किया है कि पाल्यूशन के चलते आने वाले दिनों में उत्तर भारत में ठंड बेहिसाब बढ़ेगी और स्नो ग्लोब का खतरा भी बढ़ सकता है।
इस तस्वीर में पॉल्यूशन का खतरनाक लेवल साफ देखा जा सकता है। इस तस्वीर में धुंए, खेतों में पराली और कचरा जलाने की वजह से वातावरण में बढ़ी हुई धुंध साफ देखी जा सकती है। इससे एयर पॉल्यूशन भी खतरनाक लेवल तक चला गया है। दावा यहां तक किया गया है कि उत्तर भारत और पाकिस्तान के कुछ शहरों में इसी तरह से आगे भी जहरीला स्मॉग-एयर पॉल्यूशन जारी रहेगा। इतना ही नहीं इस प्रदूषण से स्नो ग्लोब का खतरा भी बढ़ गया है।
ये डराने वाला दावा अमेरिका की एक संस्था ने किया है। NOAA के मुताबिक
- दिल्ली समेत उत्तर भारत के वातावरण में हानिकारक कणों की एक स्तह बन चुकी है
- इसकी वजह से धुंध के ऊपर गर्म हवा मौजूद है
- वहीं, जमीन से आसपास की हवा ठंडी है
- और इसे ऊपर जाने का मौका नहीं मिल रहा
- ठंडी हवा में घुले हानिकारक कणों से जहरीली धुंध छाई रहेगी
- साथ ही आने वाले कुछ महीनों में नुकसान पहुंचाने वाली ठंड बढ़ सकती है
- और स्नो ग्लोब की कंडीशन भी बन सकती है
कुल मिलाकर अमेरिका ने दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। और इसकी आवाज़ अनसुनी करने का मतलब है आफत को दावत देना। दिल्ली वालों के लिए अगला हफ्ता भारी पड़ सकता है। स्मॉग फिर से लोगों की परेशानी का सबब बन सकता है।