नई दिल्ली: उत्तरप्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव में जनता के समक्ष विकल्प पेश करने का दावा करने वाले 20 छोटे दलों के राजनैतिक विकल्प महासंघ ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड जैसे छोटे राज्यों के गठन और किसान आयोग बनाने की मांग को लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर जबर्दस्त अभियान शुरू करने की घोषणा की है।
महासंघ के संयोजक एवं राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष गोपाल राय ने संवाददाताओं से कहा कि छोटे राज्य निर्माण का होने से विकास को बढ़ावा मिलेगा। पूर्वांचल में जहां रोजगार नहीं है वही बुंदेलखंड में किसान घास की रोटी खाने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार सिर्फ मूक दर्शक बनी हुई है। ऐसे में पृथक बुंदेलखंड एवं पूर्वाचल राज्य का भी निर्माण करना वक्त की जरूरत है। हम केंद्र से मांग करते हैं कि क्षेत्र के लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए इसे पूरा किया जाए।
राय ने कहा कि इस विषय को लेकर जून में जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह उत्तरप्रदेश से है, हम उम्मीद करते हैं कि वह लोगों की भावनाओं पर ध्यान देंगे। किसानों की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किसान हित में किसान आयोग जरूरी है क्योंकि आज किसान सबसे दयनीय स्थिति में है। इसके साथ ही हम सवर्ण आयोग बनाने की भी मांग करते हैं ताकि इस वर्ग के बेहद गरीब लोगों की स्थिति पर ध्यान दिया जा सके जिसका प्रस्ताव उत्तरप्रदेश विधानसभा में पूर्व में किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि राजनैतिक विकल्प महासंघ में राष्ट्रीय क्रान्तिकारी समाजवादी पार्टी, पिछड़ा जन समाज मोर्चा, भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी, नेशनल लोकमत पार्टी, भारतीय युवा मोर्चा, नेशनल डेमोेक्रेटिक फ्रन्ट, राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी, भारतीय किसान मजदूर पार्टी, पश्चिम प्रदेश मोर्चा, स्वराज जन विकास पार्टी, इन्साफ राज पार्टी, भारतीय युवा क्रान्ति पार्टी, राष्ट्रीय सहयोग पार्टी जैसे दल शामिल हैं।