भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार द्वारा अनलॉक प्रक्रिया के तहत रविवार से कोविड पाबंदियों के साथ धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति देने के बाद सभी की नजरें अब श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) की चार अगस्त को होने वाली बैठक पर है। मंदिर इकाई इसी दिन पुरी स्थित 12वीं शताब्दी के इस मंदिर को खोलने के बारे में निर्णय लेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसजेटीए के प्रमुख प्रशासक कृष्ण कुमार ने जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश के बारे में निर्णय लेने के लिए एक डिजिटल बैठक बुलाई है।
उन्होंने बताया कि पुरी के मजिस्ट्रेट सह कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी और मंदिर समन्वयक समिति के सदस्य इस बैठक में शामिल होंगे। इस दौरान कोविड-19 संबंधी स्थिति की समीक्षा के बाद मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने पर निर्णय होगा। जुलाई में आयोजित रथयात्रा में श्रद्धालुओं को शामिल होने की मंज़ूरी नहीं दी गई थी।
राज्य सरकार ने अगस्त के लिए जारी अपने दिशानिर्देश में कहा है कि एसजीटीए, पुरी और श्री लिंगराज मंदिर प्रशासन, भुवनेश्वर संबंधित पक्षों से परामर्श से और कोविड-19 संबंधी सुरक्षा के अनुपालन के प्रबंधों के तहत मंदिरों को फिर से खोलने का निर्णय ले सकते हैं। अधिसूचना में कहा गया कि राज्य में जिला प्राधिकारियों द्वारा स्थानीय स्थिति के मूल्यांकन के आधार पर उपासना स्थल खुलेंगे लेकिन श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा।